किसान देश के बड़ी जनसंख्या का पेट भरने के लिए अपने खेतों में जी तोड़ मेहनत करके अन्न पैदा करता है. किसान के अन्न को बेचकर बड़ी-बड़ी कंपनियां अच्छा मुनाफा कमा रही है. जबकि अन्नदाता की स्थिति जस की तस बनी हुई है.सबसे बड़ी समस्या गांव में किसान के बच्चों की शादी को लेकर आ रही है. इस समस्या के पड़ताल करने के लिए किसान तक बाराबंकी के दो गांव केसरीपुर और रजना पुर पहुंचा. जहां पर अलग-अलग किसानों ने अपनी समस्याओं को किसान तक के सामने रखा. किसान ननकू का कहना है कि पैसे के चलते उनकी बेटियों की शादी अच्छी नहीं हो पाती है तो वहीं उनके बेटों की शादी के लिए रिश्ते भी अच्छे नहीं आते हैं. बेटा अगर नौकरी कर रहा हो तो शादी हो जाती है. जब की खेती किसानी करने वाले या बिना नौकरी के लड़कों से कोई शादी नहीं करना चाहता है. खेती की नानी किसानी से बस केवल गुजारा हो सकता है.