एमपी की 230 और छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई. दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ की 70 और एमपी की सभी 230 सीटों पर मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हाे गया. छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित 20 सीटों पर गत 7 नवंबर को मतदान हो चुका है. एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हो रहे विधानसभा चुनाव को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. चुनाव आयोग की ओर से शनिवार काे जारी किए गए मतदान के फाइनल आंकड़ों के मुताबिक एमपी में 76.22 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया. वहीं छत्तीसगढ़ में 75.02 प्रतिशत मतदान हुआ. गौरतलब है कि 2018 के चुनाव में एमपी में 75 फीसदी और छत्तीसगढ़ में 76 फीसदी मतदान हुआ था.
चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक एमपी में शाम 5 बजे मतदान संपन्न होने तक 71.11 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे. निर्वाचन नियमों के मुताबिक शाम 5 बजे मतदान केंद्रों में मतदाताओं का प्रवेश बंद होने के बाद जो मतदाता पोलिंग सेंटर के अंदर मौजूद थे, अब वे ही मतदान कर रहे हैं. सभी मतदाताओं द्वारा अपना वोट डालने के बाद आयोग की ओर से बताया गया कि राज्य में कुल 76.22 प्रतिशत मतदाओं ने मतदान किया.
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जिस प्रकार से एमपी में पिछले चुनावों की तुलना में मतदान का ग्राफ बढ़ रहा है, इससे उलट छत्तीसगढ़ में पिछले दो चुनाव में रिकॉर्ड मतदान का ग्राफ लगातार गिर रहा है. चुनाव आयोग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को हुए मतदान का स्तर 75.02 प्रतिशत रहा. पिछले चुनावों की तुलना में राज्य का मत प्रतिशत घट रहा है. साल 2013 में छत्तीसगढ़ के 77.40 मतदाताओं ने रिकॉर्ड मतदान किया था. इसके बाद 2018 के चुनाव में यह घटकर 76.35 प्रतिशत हो गया.
राज्य की 90 सीटों पर दो चरण में हुए मतदान के दौरान कुरुद विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 82.60 फीसदी मतदान हुआ. वहीं रायपुर दक्षिण सीट पर सबसे कम 52.11 फीसदी मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. राज्य में दूसरे चरण के मतदान वाली 70 सीटों पर कुल 958 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे थे. इस चरण में राज्य के 1.63 करोड़ मतदाताओं ने इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज ईवीएम में कैद कर दिया.
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मतदान का क्षेत्रवार विश्लेषण बताता है कि जिन जिलों में ज्यादा मतदान हुआ उनमें ग्रामीण मतदाताओं ने जमकर वोट डाले. वहीं जिलेवार मतदान के आंकड़े बताते हैं कि सूबे की राजधानी भोपाल के अलावा ग्वालियर चंबल संभाग में मतदान का ग्राफ नीचे रहा. राज्य के रतलाम, नीमच और मंदसौर इलाके की विधानसभा सीटों पर 81 से 86 प्रतिशत तक रिकॉर्ड मतदान हुआ.
इनमें सबसे ज्यादा 90 प्रतिशत मतदान सैलाना सीट पर हुआ. वहीं, मालहरगढ़ विधानसभा सीट पर 87.08 प्रतिशत, जावड़ सीट पर 86.19 प्रतिशत और रतलाम ग्रामीण सीट पर 86.03 प्रतिशत मतदान हुआ.
कम मतदान वाले जिलों में भोपाल शामिल है. भोपाल मध्य सीट पर 60 और भोपाल दक्षिण पश्चिम सीट पर 58 प्रतिशत मतदान हुआ. इसके अलावा ग्वालियर पूर्व सीट पर 57.33 फीसदी और भिंंड सीट 58.57 मतदान हुआ. ग्वालियर चंबल संभाग की अन्य सीटों पर भी 60 से 70 फीसदी तक मतदान हुआ.