मध्य प्रदेश की राजनीति में डॉ. गोविंद सिंह का नाम दिग्गज नेताओं में शुमार है. भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट से वर्तमान में विधायक है. वे अब तक लहार सीट से सात बार विधायक रह चुके हैं लेकिन उन्हें 2023 विधान सभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी प्रत्याशी अंबरीश शर्मा को लहार सीट से जीत मिली है.
कांग्रेस सरकार में गोविंद सिंह ने कई बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली है. मध्य प्रदेश में उन्हें पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष बनाया है. हालांकि पिछले कुछ समय से पार्टी में चल रही गुटबाजी के चलते उन्होंने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. वे नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी द्वारा मनमानी ढंग से टिकट बांटे जाने से भी खफा थे. उनके इस बदले अंदाज से कांग्रेस टेंशन में है. उनके कई बयानों से पार्टी में परेसान दिखाई दी हैं. फिलहाल भाजपा के नेताओं से बढ़ रही उनकी नजदीकियों से कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश के कांग्रेस के बड़े नेता गोविंद सिंह का जन्म 1 जुलाई 1951 को हुआ. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत 1971 में हो गई. पहली बार वह 1990 में विधायक चुने गए फिर उनका सियासी सफर रुका नहीं. वे अब तक सात बार विधायक रह चुके हैं. मध्य प्रदेश की भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं. इस बार भी उन्होंने इसी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. अब तक लहार विधानसभा सीट से 1990 के बाद वे कभी चुनाव नहीं हारे. लहार सीट को गोविंद सिंह का गढ़ माना जाता है. हालांकि पिछले कुछ समय से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनके मनमुटाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी है.
गोविंद सिंह कांग्रेस के भीतर चल रहे गुटबाजी से परेशान हैं. वहीं पिछले दो सालों से शिवराज सिंह सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से उनकी नजदीकियां बढ़ी है. कांग्रेसी नेताओं में उनकी नजदीकी को लेकर कई तरह की चर्चा भी हैं. इसके अलावा भी पूर्व दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनकी नजदीकीया जग जाहिर है.
मध्य प्रदेश के भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट पर पिछले सात बार से डॉ.गोविंद सिंह काबिज है. इस सीट के मतदाता का गोविंद सिंह से काफी ज्यादा लगाव है. लहार विधानसभा सीट से 2023 के विधान सभा चुनाव में उन्हें 12397 मतो से बीजेपी प्रत्याशी अबंरीश शर्मा से हार मिली है.
लहार सीट पर कुल 2 लाख 51000 मतदाता है जिसमें 53000 मतदाता अनुसूचित जाति के हैं. वही 95000 मतदाता ओबीसी से जुड़े हुए हैं. इसके अलावा स्वर्ण मतदाताओं की संख्या भी 94 हजार के करीब मानी जाती है. विधानसभा के निवासियों का अपने प्रत्याशी पर पूरा भरोसा है. फिलहाल गोविंद सिंह की उम्र 72 वर्ष है फिर भी वह अपने जनता के दिलो पर राज करते हैं. लहार क्षेत्र में गोविंद सिंह ने इंदिरा गांधी स्टेडियम, आईटीआई कॉलेज , सिविल हॉस्पिटल जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं.