भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मॉनसून के एक्टिव होने से खेती से जुड़ी गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
किसानों को आत्मनिर्भर बनाकर प्रदेशवासियों को विषमुक्त अन्न, दूध, फल-सब्जियां उपलब्ध कराएगी यूपी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और प्रदेशवासियों को विषमुक्त अन्न, दूध, फल व सब्जियां उपलब्ध कराने की दिशा में बड़े स्तर पर अभियान शुरू करने जा रही है. इस अभियान के तहत एक करोड़ से अधिक किसानों को गो आधारित खेती से जोड़कर न केवल उनकी आमदनी बढ़ाई जाएगी, बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में भी क्रांतिकारी बदलाव किए जाएंगे.
पिछले 24 घंटे में वज्रपात से नालंदा में 05, वैशाली में 04, बांका में 02, पटना में 02, शेखपुरा में 01, औरंगाबाद में 01, समस्तीपुर में 01, नवादा में 01, जमुई में 01 और जहानाबाद में 01 व्यक्ति की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को अविलम्ब चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं.
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.
औरैया इस समय दो दिन से हो रही लगातार बारिश से किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई किसानों की धान की फसल की रोपाई अब अच्छी हो जाएगी. किसानों को अब समर के पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी. बारिश से खेतों में पानी भरने से सुबह से ही किसान अपने खेतों ने साथियों के साथ धान रोपाई के लिए पहुंच गया और धान की रोपाई करने में लगे. वहीं, किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई और खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बारिश से धान की फसल की अच्छा फायदा होता है. धान की फसल के लिए पानी की बहुत जरूरत होती जहां कुदरत का बारिश का पानी खेतों में नीचे तक तक पहुंच जाता है और समर का पानी खेतों बहुत जल्दी सोक जाता इस लिए किसान अपने खेतों ने बारिश के पानी का इंतजार करना पड़ता है. वहीं, इस समय दो दिन से लगातार बारिश से धान की फसल को होगा बड़ा फायदा.
एडीजी एसटीएफ कुंदन कृष्ण के बयान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि ऐसा बेवकूफी वाला बयान देश कभी कोई आईपीएस ऑफिसर नहीं दिया होगा.
किसान मजदूर खेती नहीं करता को कॉन्ट्रैक्ट किलिंग करता है एडीजी साहब कह रहे है, तो बताओ तुम क्यों सैलरी ले रहे हो, काहे गरीब जनता की tax की पैसा पर अय्याशी कर रहे हो.
पूरा पुलिस प्रशासन शराब और बालू में पैसा कमाने में लगा हुआ है, पैसा कमाने से फुर्सत होगा तब ना लॉ एंड ऑर्डर देखेगा, कोई मंत्री विधायक क्यों नहीं मारा जा रहा है, उसके पीछे सौ पुलिस वाला आगे पीछे घूम रहा है, आम आदमी मारा जा रहा है.
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले मे लगातार 20 घंटो से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण अब लोगो की परेशानी बढ़ने लगी है, और इस प्राकृतिक अपादा की बजह से दो कच्चे मकान गिरने के कारण दो लोगो की मौत भी हो चुकी है. इतना ही नहीं लगातार बारिश के बहाव से बचने के लिए एक मंदिर के पुजारी को मंदिर कैम्पस मे लगे पेड़ पर रात तक गुजारनी पड़ी और जब सुबह हुई तब ग्रामीण पहुंचे और उसके बाद पुजारी को पेड़ से उतारकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में बीटेक बायोटेक्नोलॉजी, बीएससी (ऑनर्स) फिजीकल सांइसिज (चार वर्षीय) और बीएससी (ऑनर्स) लाइफ सांइसिज (चार वर्षीय) की 20 जुलाई को होने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि उपरोक्त पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 1396 उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं, उनमें से 1213 उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा के लिए योग्य पाया गया. उन्होंने बताया इस परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय में 2 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि परीक्षा संबंधी सभी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों के लिए बैठने से संबंधित अन्य समुचित व्यवस्था भी कर ली गई हैं.
कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक डॉ. पवन कुमार ने बताया कि सफलतापूर्वक परीक्षा के लिए परीक्षा केन्द्रों पर पुख्ता प्रबंध किए हैं. इसके लिए विशेष निरीक्षण दलों का गठन किया गया है. प्रत्येक उम्मीदवार की फोटोग्राफी भी की जाएगी. उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों को परीक्षा केन्द्र में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर और इलैक्ट्रोनिक डायरी जैसे उपकरण लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी. इन उपकरणों को उन्हें परीक्षा केन्द्र के बाहर छोडऩा होगा जिनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी उम्मीदवारों की ही होगी.
गया में थोड़ी सी बात को लेकर गांव के दबंगों ने एक किसान की खौफनाक मौत की घटना को अंजाम दिया है, गांव के दबंगों ने पहले किसान को घर से खींच कर जमकर पिटाई की फिर खेत की ओर ले जाकर उसके शरीर को बिजली के तार से बांध दिया और उस तार में बिजली का करंट चालू कर दिया, जिससे किसान की दर्दनाक मौत की घटना स्थल पर ही हो गई है. मृतक की पहचान गया जिले के धनगाई थाना अंतर्गत कटौतियां गांव के रहने वाले 40 वर्षीय ननकू यादव के रूप में पहचान हुई है. फिलहाल स्थानीय थाना की पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. वहीं, पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
पीलीभीत में बीते दो महीने में बाघ के हमले से 7 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है, जिसका सिलसिला अभी चालू है ,लेकिन बाघ का सबसे बड़ा हमला आज हुआ है, बाघ ने आज गुरुवार की सुबह सुबह तीन ग्रामीणों पर हमला कर दिया जिसमें दो ग्रामीण गम्भीर घायल है और एक महिला की मौत हो गई है, घटना के बाद नाराज ग्रामीणों ने पुलिस को शव देने से मना कर दिया. मामला बढ़ता देख मौके पर क्षेत्र के विधायक, dm, sp ने आ कर गांव वालों से बाघ को जल्द पकड़ने की बात कही. बाघ की तलाश में आसमान से ड्रोन और खेतों में हाथी लगा दिए गए वहीं चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है.
बिहार के ADG कुंदन कृष्णन जो कि ख़ुद एक सप्ताह से हरियाणा के गुरुग्राम में आराम फरमा रहे थे, जबकि बिहार में क़ानून व्यवस्था लगातार चरमरा रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब शीर्ष अधिकारी ही अपने कर्तव्यों से विमुख होंगे, तो राज्य में कानून का राज कैसे स्थापित होगा? बिहार पुलिस की हकीकत किसी से छिपी नहीं है. आज पुलिस महकमा शराब माफियाओं से लेकर बालू माफियाओं तक के साथ गठजोड़ कर खुलेआम अवैध कारोबार को संरक्षण दे रहा है. दूसरी ओर, चेकिंग के नाम पर आम जनता की बाइक और कार का चालान काटना, अवैध वसूली करना — यही इनकी प्राथमिकता बन गई है.
बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन का बयान अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारे अन्नदाता किसानों को अपरोक्ष रूप से हत्यारा बताना न सिर्फ उनके मान-सम्मान का अपमान है बल्कि उनके त्याग और परिश्रम का भी अनादर है. अपराधियों पर शिकंजा कसने के बजाय बिहार पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा है, जो बेहद चिंताजनक है. प्रशासन को अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करनी चाहिए.
बिहार का मौसम अगले चार दिनों तक कैसा रहेगा इसकी जानकारी आयी है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है. तापमान अचानक नीचे गिर गया है. गर्मी से लोगों को राहत मिली है. पिछले 24 घंटे के अंदर राज्यभर में अधिकांश जगहों पर हल्की बारिश और कुछ जगहों पर अति भारी बारिश दर्ज की गयी है.
दिल्ली में बीते दो दिनों से हवाएं चल रही है. कहीं-कहीं रुक रुक कर 10 से 15 मिनट की बारिश भी हो रही है. इसके बावजूद धूप खिल रही है. आज मध्यम बारिश हो सकती है, इसके बाद वीकेंड शुष्क रहने की संभावना है.
राजस्थान: अजमेर में भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों जलभराव हुआ
इस बीच मौसम विभाग ने आज यानी 18 जुलाई को केरल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. केरल में भी कुछ दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है. आईएमडी ने आज कन्नूर, वायनाड और कासरगोड जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं, इडुक्की, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट है. स्थिति को देखते हुए कन्नूर, वायनाड और कासरगोड में आज सभी शैक्षणिक संस्थानों बंद रहेंगे.
पिछले दो से तीन दिनों के दौरान बिहार में मॉनसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. बुधवार और गुरुवार को तो बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि लोग परेशान हो गए थे. हालांकि, खेती किसानी के लिहाज से यह बारिश बेहद जरूरी थी, लेकिन दुर्भाग्यवश इसमें 19 लोगों की जान आकाशीय बिजली गिरने से चली गई. गुरुवार को तो सारण, गया, नालंदा, शेखपुरा, औरंगाबाद, पटना, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, भोजपुर, अरवल सहित आस पास के जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई. कई जिलों में तो रेड अलर्ट के दायरे में बारिश हुई.
पूरे देश में इन दिनों मॉनसून का दौर चल रहा है. आसमान में घने काले बादल छाए हुए हैं और हल्की से मध्यम गति की हवाएं बह रही हैं, जिनके साथ कई जगहों पर बादलों की आवाजाही बरकरार है. वहीं, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन का खतरा अभी भी बना हुआ है. कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने और ओले पड़ने की भी आशंका है. दक्षिण भारत में मानसून विकराल रूप देखने को मिल रहा है. कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और केरल में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है.