शहरों के संपन्न वर्ग में ऐसे फार्म हाउस का क्रेज काफी बढ़ा है. खासतौर पर दिल्ली में लोग आसपास के गांवों में जमीन लेकर फार्म हाउस बना रहे हैं. पेस्टिसाइड के जहर से बचने के लिए अपने फार्म हाउस में सरसों, धान, गेहूं से लेकर दाल और सब्जियां तक उगा रहे हैं. शहरों के शोर से बचने के लिए दिल्ली से दूर अपना वीकेंड अड्डा बना रहे हैं. शहरों के इसी क्रेज को समझने के लिए ‘किसान तक’ की टीम दिल्ली से डेढ़ घंटे के सफर के बाद गजरौला के करीब पहुंची थी. ये फार्म हाउस पेशे से वकील हिमांशु सिंह सागर का फार्म हाउस है. फार्म हाउस लेने में कितने पापड़ बेलने पड़ते हैं. फार्म हाउस लेने के बाद किस तरह का फायदा होता है और शहर से गांवों का रुख कर रहे लोगों का लोकल स्थितियों पर क्या असर पड़ता है. देखिए ये रिपोर्ट.