बीते कई वर्षों से देश में गाय और गोमूत्र चर्चा का विषय बने हुए हैं, इसी क्रम में बीते दिनों IIT मुंबई से PHD कर चुके डॉक्टर राकेश चंद्र अग्रवाल ने संजीवनी रस की खोज की है. उन्होंने अपनी लैब में फ्लेवर्ड गोमूत्र (Flavoured Gomutra) तैयार किया है और इसको संजीवनी रस नाम दिया है. इसी के साथ वो देश की अन्य गौशालाओं में भी इसको बनाने की विधि को लेकर ट्रेनिंग दे रहे हैं. डॉ राकेश लंबे समय से गोमूत्र पर रिसर्च कर रहे हैं, वह दावा करते हैं कि उनकी रिसर्च में सामने आया है कि गोमूत्र में कई तरह के लाभकारी एंजाइम्स और न्यूट्रिएंट्स होते हैं.