Agriculture Scholarship: यूपी में बढ़ाया गया सीएम कृषक छात्रवृत्ति योजना का दायरा, जुड़े 4 विश्वविद्यालय और 37 महाविद्यालय

Agriculture Scholarship: यूपी में बढ़ाया गया सीएम कृषक छात्रवृत्ति योजना का दायरा, जुड़े 4 विश्वविद्यालय और 37 महाविद्यालय

यूपी में योगी सरकार श‍िक्ष‍ित युवाओं को खेती किसानी से जोड़ने के लिए तमाम उपाय कर रही है. इसके तहत एग्रीकल्चर पढ़ने वाले छात्रों को वजीफा देने के लिए सूबे में 'मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना' चलाई जा रही है. योगी सरकार ने इस योजना के बेहतर परिणामों को देखते हुए इसका दायरा बढ़ाने की पहल की है.

योगी सरकार ने सीएम कृषक छात्रवृत्त‍ि योजना का दायरा बढ़ाने का फैसला किया, फोटो: यूपी सरकार योगी सरकार ने सीएम कृषक छात्रवृत्त‍ि योजना का दायरा बढ़ाने का फैसला किया, फोटो: यूपी सरकार
न‍िर्मल यादव
  • Lucknow,
  • Jun 23, 2023,
  • Updated Jun 23, 2023, 7:37 PM IST

केंद्र और राज्य सरकारों ने कृष‍ि शिक्षा को खेती के व्यवहारिक पहलुओं से जोड़ने के लिए तमाम कारगर योजनाएं शुरू की हैं. इस क्रम में यूपी की योगी सरकार ने भी मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना को सफल बताते हुए अब इसका दायरा बढ़ाने का फैसला किया है. इसके तहत प्रदेश के 4 विश्वविद्यालयों और कृष‍ि शिक्षा से जुड़े लगभग 3 दर्जन महाविद्यालयों के छात्रों को भी इस सुविधा का लाभ दिया जाएगा. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि प्रदेश के 4 नए विश्वविद्यालयों और 37 महाविद्यालयों के छात्रों को भी मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना के तहत वजीफा मिलेगा. इसके अलावा योगी सरकार ने प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों में टेस्टिंग लैब भी बनाने का फैसला किया है.

इतना वजीफा मिलता है

यूपी सरकार का दावा है कि युवाओं का रुख कृष‍ि शिक्षा की ओर करने में मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है. वर्तमान में यूपी के 05 विश्वविद्यालयों एवं 23 महाविद्यालयों में कृषि एवं गृह विज्ञान के विद्यार्थियों को इस योजना के तहत 3000 रुपये मासिक छात्रवृत्ति दी जा रही है.

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लखनऊ स्थित उप्र कृषि अनुसंधान परिषद, द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार इस योजना में 04 विश्वविद्यालयों एवं 37 महाविद्यालयों को जोड़ने पर पहले साल में बतौर छात्रवृत्ति लगभग 2.65 करोड़ का व्ययभार आयेगा. यह 03 साल में बढ़ कर लगभग 6.63 करोड़ रुपये हो जाएगा. इस  योजना के अन्तर्गत पहले से दी जा रही छात्रवृत्ति का व्यय भार 5.13 करोड़ रुपये है. इस योजना के लिए योगी सरकार के बजट में 15 करोड़ रुपये की धनराशि प्रस्तावित की गई है.

योजना से जुड़े ये 37 महाविद्यालय

मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना में 37 नए महाविद्यालयों को शामिल किया गया है. इनमें कानपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कृषि महाविद्यालय का लखीमपुर कैम्पस, गृह विज्ञान महाविद्यालय, वानिकी महाविद्यालय, उद्यान महाविद्यालय, कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय इटावा एवं मत्स्य महाविद्यालय शामिल है. वहीं, नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फैजाबाद से सम्बद्ध कृषि महाविद्यालय का आजमगढ़ कैम्पस, गृह विज्ञान महाविद्यालय, कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, अम्बेडकर नगर उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय, मत्स्य महाविद्यालय एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया प्लांट बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोडायवर्सिटी संस्थान शामिल है.

इसके अलावा मेरठ के मोदीपुरम में स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध उद्यान महाविद्यालय, पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी महाविद्यालय व कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, बांदा स्थित कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत कृषि, उद्यान महाविद्यालय, वानिकी महाविद्यालय और गृह विज्ञान महाविद्यालय भी योजना का हिस्सा बन गए हैं. जौनपुर में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अंतर्गत दोभी स्थित श्री गणेश राय पीजी कॉलेज, कानपुर में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय से सम्बद्ध इटावा में सैफई स्थित चौ. चरण सिंह पीजी कॉलेज और लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध मोहनलालगंज के महेश प्रसाद डिग्री कॉलेज के छात्रों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा.

इस योजना में आगरा में डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध अलीगढ़ के चौ चरण सिंह शिवदान सिंह महाविद्यालय, आगरा के आबिदगढ़ में मेघ सिंह डिग्री कॉलेज, आरबी डिग्री कॉलेज, मथुरा के सर्वोदय महाविद्यालय एवं एटा के लाल पोखपाल सिंह कृषि महाविद्यालय, झांसी में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध जिला परिषद कृषि महाविद्यालय बांदा, नेहरू महाविद्यालय ललितपुर, पीजी. कालेज अतर्रा बांदा, अमृत कुंवर महाविद्यालय, अतराकलां जालौन को भी जोड़ा गया है. वहीं, मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सम्बद्ध गाजियाबाद के किसान पीजी डिग्री कॉलेज, मेरठ में इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज एवं शामली में आरके पीजी कालेज को भी इस योजना से जोड़ा गया है. इस फेहरिस्त में अयोध्या के डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध प्रतापगढ़ में मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज, सुल्तानपुर में बाबा बरियार शाह महाविद्यालय और गोण्डा में नन्दिनी नगर महाविद्यालय भी शामिल किए गए हैं.

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874.71 लाख से अयोध्या में बनेगी टिशू कल्चर प्रयोगशाला

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि कृष‍ि शिक्षा से जुड़ा एक अन्य अहम फैसला किया गया है. विगत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंडी परिषद की बैठक हुई थी.

इसमें फसलों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री उपलब्ध कराने तथा बागवानी फसलों को गुणवत्तापूर्ण रोपण एवं रोग मुक्त बनाने के लिए अयोध्या के कुमारगंज में स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में टिशू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना करने का फैसला किया गया था. यह प्रयोगशाला कम से कम 03 हेक्टेयर के विशाल परिसर में स्थापित होगी. इसके निर्माण पर 874.71 लाख रुपये खर्च होंगे. इसके लिए धनराशि की व्यवस्था मंडी परिषद द्वारा की जाएगी.

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