Insecticides India Q2 Results: फसलों की सुरक्षा के लिए कीटनाशक, खरपतवारनाशक समेत खेती में इस्तेमाल होने वाली अन्य दवाएं बनाने वाली कंपनी इंसेक्टीसाइड इंडिया (Insecticides India Ltd) का मुनाफा 16 फीसदी बढ़ गया है. कंपनी ने सितंबर तिमाही में करीब 61 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल किया है. कंपनी ने बताया है कि अच्छी बारिश के चलते खेतों में छिड़काव में देरी ने कंपनी के राजस्व को प्रभावित किया है. बुधवार को एनएसई पर कंपनी का शेयर (Insecticides India share Price) मजबूत होकर 762 रुपये कीमत पर पहुंच गया.
कीटनाशक बनाने वाली भारत की प्रमुख कंपनियों में शामिल इंसेक्टीसाइड इंडिया (Insecticides India) ने सितंबर में समाप्त तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. कंपनी के बयान के अनुसार दूसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट 16 फीसदी बढ़कर 61 करोड़ रुपये हुआ है. जो बीते वर्ष की समान तिमाही में 53 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था. कंपनी के अनुसार खरीफ सीजन के दौरान कीटों का प्रकोप कम होने के चलते किसानों ने कीटनाशकों के छिड़काव में देरी की, जिसके नतीजे में रेवेन्यू पर असर पड़ा है. सितंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 10 फीसदी घटकर 627 करोड़ रुपये रह गया है. यह बीते वर्ष की समान अवधि में 696 करोड़ रुपये था.
इंसेक्टिसाइड इंडिया के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल ने बयान में कहा कि सितंबर तिमाही के दौरान हमने कच्चे माल की कीमतों में मजबूती देखी. हालांकि, लगातार बारिश के चलते कीटों का प्रकोप कम हुआ और किसानों ने अपने छिड़काव कार्यक्रम में देरी की. उन्होंने कहा कि इन वजहों से कंपनी के रेवन्यू ग्रोथ पर विपरीत असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान नए प्रोडक्ट लॉन्च करने पर है. इसके साथ ही अधिक मांग बढ़ाने के लिए प्रीमियम प्रोडक्ट को आगे बढ़ाने पर जोर रहेगा.
कंपनी ने सितंबर 2024 में मक्का फसल के लिए खरपतवार नाशक टोरी सुपर प्रोडक्ट लॉन्च किया है. इसे इनहाउस R&D टीम की ओर से विकसित SPF तकनीक पर तैयार किया गया है. टोरी सुपर की एसपीएफ तकनीक से खरपतवारों पर तेजी से रिजल्ट मिलेंगे और लंबे समय तक नियंत्रण रहेगा. प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल ने कहा कि देश के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से में रबी सीजन के मक्का में टोरी सुपर से हमें अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.