मिलेट्स से बने रेडी-टू-ईट फिश प्रोडक्ट को बढ़ावा मिलेगा, लोगों की सेहत के साथ किसानों की आय बढ़ेगी 

मिलेट्स से बने रेडी-टू-ईट फिश प्रोडक्ट को बढ़ावा मिलेगा, लोगों की सेहत के साथ किसानों की आय बढ़ेगी 

आईसीएआर-सीआईएफटी ने मिलेट्स के इस्तेमाल से बने रेडी-टू-ईट फिश प्रोडक्ट को बड़े स्तर पर प्रोडक्शन के लिए कारोबारियों को प्रोत्साहित कर रहा है. इसके लिए संस्थान का एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर इच्छुक कारोबारियों, किसानों को ट्रेनिंग भी दे रहा है. 

मिलेट्स उगाने वाले किसानों और मछलीपालकों की आमदनी में बढ़ोत्तरी का रास्ता खुलेगा.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 30, 2024,
  • Updated Apr 30, 2024, 12:33 PM IST

मिलेट्स और मछली की न्यूट्रीशन वैल्यू को रेडी-टू-ईट प्रोडक्ट में इस्तेमाल करने को बढ़ावा देने के साथ ही इन्हें बड़े स्तर पर बाजार में लाने की तैयारी है. इस पर जोर देते हुए आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज टेक्नोलॉजी ऐसे ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट बाजार में लाने के लिए उद्यमियों को ट्रेनिंग के साथ ही अन्य मदद भी की जा रही है. संस्थान पहले ही ऐसे फूड प्रोडक्ट की सीरीज लॉन्च कर चुका है. इससे मिलेट्स उगाने वाले किसानों और मछलीपालकों की आमदनी में बढ़ोत्तरी का रास्ता खुलेगा तो वहीं लोगों को हाई क्वालिटी, प्रोटीन और कई पोषक तत्वों वाला तुरंत खाने योग्य फूड मिल सकेगा. यह फूड बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए काफी फायदेमंद होंगे.

मिलेट्स से बने फिश प्रोडक्ट को बढ़ावा मिलेगा 

आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज टेक्नोलॉजी (ICAR-CIFT) ने मछली के प्रोटीन और वसा, तेल समेत अन्य पोषक तत्वों के साथ मिलेट्स के इस्तेमाल से बने रेडी-टू-ईट फूड प्रोडक्ट को बढ़ावा देगा. इसके लिए एक्वा-बाजरा के लिए आयोजित कार्यशाला में उद्यमियों और किसानों सहित करीब 19 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और आइडिया पर रुचि दिखाई. संस्थान ने पोषण संबंधी कमियों को दूर करने के लिए मिलेट्स बेस्ड रेडी टू ईट फिश प्रोडक्ट के लिए उद्यमियों और किसानों से 3 साल के प्रोजेक्ट पर चर्चा की गई. 

एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर दे रहा ट्रेनिंग 

रिपोर्ट के अनुसार सीआईएफटी (CIFT) के निदेशक जॉर्ज निनान ने मिलेट्स एंटरप्रेन्योरशिप सेक्टर में खूब अवसरों के बारे बताते कहा कि इच्छुक लोगों को संस्थान के एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर (एबीआई) का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. CIFT का यह केंद्र उभरते कारोबारियों को टेक्नीकल गाइडेंस, बुनियादी सुविधाएं, मेंटरशिप और कारोबार लगाने के लिए ट्रेनिंग दे रहा है. उन्होंने कहा कि यह  मिलेट्स के इस्तेमाल से बने रेडी-टू-ईट फूड प्रोडक्ट के प्रोडक्शन में भी मदद की जाएगी. इससे रोजगार के अवसर बनेंगे और फूड सिक्योरिटी के साथ आर्थिक विकास में भागीदारी बढ़ेगी. 

पहले लॉन्च हो चुके ये प्रोडक्ट 

सीआईएफटी (CIFT) ने कई महीने पहले मिलेट्स और मछली से तैयार किए गए फूड प्रोडक्ट की सीरीज लॉन्च की थी. इनमें ग्लूटेन फ्री कुकीज, फिशमी सॉसेज, मिलेट बेस्ड बेटर फॉर्मूलेशन और कोलेजन पेप्टाइड से बने मिलेट्स मफिन शामिल हैं. सीआईएफटी वैज्ञानिकों के अनुसार ये प्रोडक्ट इनोवेशन और न्यूट्रीशन का कॉम्बीनेशन हैं. मिलेट्स के इस्तेमाल और से बने फूड प्रोडक्ट में फिस प्रोटीन को शामिल करने से उसकी न्यूट्रीशन वैल्यू काफी बढ़ जाती है. यह फूड प्रोडक्ट विशेष रूप से बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए काफी फायदेमंद हैं.

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