भारत दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्था बनने के लिए संघर्षरत है. माना जा रहा है कि दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्था बनने के लिए भारत को कृषि पर विशेष ध्यान देना हाेगा. बेशक, ये बात सच है कि देश की कृषि व्यवस्था काे मौजूदा वक्त में संभालने की आवश्यकता है. इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, लेकिन इस सिक्के का दूसरा पहलू ये है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के केंद्र में ही कृषि है, जिस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंंडिया (RBI) की एक हालिया रिपोर्ट मुहर लगाती है.
RBI ने देश में रोजगार बढ़ोतरी को लेकर एक रिपोर्ट बीते दिनों जारी की है. ये रिपोर्ट बताती है कि कोरोना काल में कृषि ने भारत की लाच बचाने में अहम भूमिका निभाई थी. बेशक हम सब ये जानते हैं कि कोरोना काल में अनाज बेचकर ही भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को संबल दिया था. अब RBI की रिपोर्ट ये कहती है कि कोरोना काल यानी साल 2020-21 में रोजगार पैदा करने में कृषि व उससे जुड़े क्षेत्र सबसे अव्वल रहे. आइए इस पर विस्तार से बात करते हैं.
RBI ने अपनी रिपोर्ट में रोजागर सृजन को लेकर 27 क्षेत्र की उत्पादकता का आंकलन किया है. RBI ने अपनी इस रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना काल यानी साल 2020-21 के दौरान, जब देश की जीडीपी में लगातार गिरावट का दौर जारी था, इसकी वजह से सर्विस सेक्टर और मेन्यूफैक्चरिंग सेक्टर ठप पड़ गए थे, उस दौर में कृषि व संबद्ध सेवाओं से 18.5 मिलियन यानी 1.8 करोड़ रोजगार में बढ़ोतरी हुई, जो सभी सेक्टर में सबसे अधिक था. वहीं इस दाैरान कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 4.8 मिलियन रोजगार बढ़े.
कोरोना काल में खेती से रोजगार में बढ़ोतरी का मुख्य कारण विशेषज्ञ शहरों से पलायन और गांव वापसी को मानते हैं. माना जा रहा है कि कोरोना काल में शहरों की जॉब छोड़कर लोग अपने गांवों को लौटे. वहां उन्होंने खेती के साथ ही खेती से जुड़े स्वरोजगार किए. इस वजह से कोरोना काल में खेती से रोजगार में बढ़ोतरी हुई.
कोरोना काल में खेती इंंकलाब सिर्फ रोजगार पैदा करने में भी नहीं रहा. मसलन, ठप पड़ी अर्थव्यवस्था की गाड़ी के इंजन को स्टार्ट रखने और गति देने में कृषि ने अहम भूमिका निभाई. सीधे शब्दों में कहें तो कोरोना काल में भारत से रिकॉर्ड कृषि उत्पाद एक्सपोर्ट हुए. भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार कोरोना महामारी के पहले फेस में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के एक्सपोर्ट में 13 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी देखी गई. अप्रैल-नवंबर 2021-22 में 13,261 मिलियन अमेरिकी डॉलर का एक्सपोर्ट भारत से हुआ. इस दौरान भारत से चावल, गेहूं, मांस, डेयरी, पोल्ट्री उत्पादों के साथ ही फल, सब्जी का रिकॉर्ड एक्सपोर्ट हुआ.