Gujarat News: इस समय उत्तरी गुजरात में किसान रबी सीजन की फसलों की बुवाई कर रहे हैं. वहीं, सौराष्ट्र में फसलों को सिंचाई (Irrigation Water) की जरूरत है और लोगों को पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जानी है. इन जरूरतों को देखते हुए राज्य के सीएम भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को इन क्षेत्रों में 30,504 मिलियन क्यूबिक फीट नर्मदा जल आवंटित करने का ऐलान किया है. नर्मदा मुख्य नहर-आधारित लिफ्टिंग पाइपलाइनों के जरिए उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र में सिंचाई और पीने के पानी के लिए नर्मदा साल भर पानी छोड़ा जाता है.
सीएम भूपेंद्र पटेल ने नर्मदा के पानी से तालाबों और चेक डैमों को भरने के लिए निर्देश दिए हैं. 15 मार्च 2025 तक की अवधि के लिए नर्मदा मुख्य नहर आधारित लिफ्टिंग पाइपलाइनों से उत्तर गुजरात क्षेत्र के लिए 16,637 mcft और सौराष्ट्र क्षेत्र के लिए 13,867 mcft यानी कुल 30,504 mcft नर्मदा का पानी दिया जाएगा.
नर्मदा नदी के पानी के इस आवंटन से सुजलाम सुफलाम स्प्रेडिंग नहर और सौनी योजना के माध्यम से उत्तर गुजरात क्षेत्र की 952 झीलों और सौराष्ट्र क्षेत्र की 243 झीलों को भरा जाएगा. इसके अलावा, 1,820 चेकडैम के माध्यम से करीब 60,000 एकड़ खेती योग्य जमीन की सिंचाई में मदद मिलेगी.
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मालूम हो कि इस साल मॉनसून सीजन में अक्टूबर अंत तक बारिश का दौर जारी रहा. राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ से भारी तबाही मची और किसानों की फसलें चौपट हुईं, जिन्हें सरकार की ओर से सर्वे के बाद आर्थिक पैकेज जारी कर राहत दी गई. वहीं, कुछ हिस्सों में कम बारिश के चलते इस समय सिंचाई की जरूरत पड़ रही है, ताकि नमी बनी रहे. इस क्रम में ही सौराष्ट्र में सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने के निर्देश दिए गए हैं.
राज्य सरकार के 11वें चिंतन शिविर में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार को सोमनाथ पहुंचे सीएम पटेल ने ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ महादेव की पूजा की और गंगाजल अभिषेक किया. सोमनाथ मंदिर में सोमनाथ ट्रस्ट के ट्रस्टी जे.डी. परमार और सचिव योगेंद्र देसाई ने मुख्यमंत्री का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया.
वन एवं पर्यटन मंत्री मुलुभाई बेरा ने मुख्यमंत्री के साथ सोमेश्वर पूजा की. मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी नागरिकों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की. मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के लिए एक सूचनात्मक वृत्तचित्र का शुभारंभ किया, जिसे सोमनाथ ट्रस्ट सूचना केंद्र में प्रसारित किया जाएगा.