सावन जिसे श्रावण के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक परंपराओं में इसे भगवान शिव का महीना माना जाता है. वहीं ज्यादातर लोग मानते हैं कि चिकन, अंडे मांस और मछली जैसी नॉन वेज चीजों में सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है. वहीं अगर आप सावन में अंडे या मांस मछली नहीं खाते तो आप भी प्रोटीन को लेकर चिंता न करें क्योंकि आपके द्वारा खाई जाने वाली कुछ चीजों में भी भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. आइए जानते हैं क्या हैं वो चीजें.
टोफू को आप नाश्ते में, दोपहर के भोजन और यहां तक कि रात के खाने में ले सकते हैं. यह उन लोगों के लिए प्रोटीन का बढ़िया स्रोत है जो मांस नहीं खाते हैं या सावन में मांस मछली का सेवन नहीं करते हैं. दरअसल एक कप टोफू में 10 ग्राम प्रोटीन होता है.
क्विनोआ एक प्रोटीन से भरा हुआ खाने का आइटम है. इसे बनाना सबसे आसान है और यह प्रोटीन और मैग्नीशियम का बढ़िया स्रोत है. आप इसे अपनी हरी सब्जियों के साथ मिलाकर खा सकते हैं. अगर बात करें प्रोटीन की मात्रा की तो एक कप क्विनोआ में 8 ग्राम प्रोटीन होता है. सावन के महीने में अंडे और मांस के ऑप्शन में इसे खा सकते हैं.
सावन के महीने में अगर आपको प्रोटीन की आवश्यकता है तो मसूर की दाल की दाल का सेवन करें. क्योंकि दाल खाने से शरीर को बेहतर प्रोटीन मिलती है. वहीं एक कप दाल में लगभग 19 ग्राम प्रोटीन और लगभग 15 ग्राम फाइबर होता है.
अगर आप मांस मछली खाने के शौकीन हैं मगर सावन की वजह से नहीं खा पा रहें और अगर शरीर में प्रोटीन की कमी लग रही है तो आप चने का खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि एक कप उबले चने में 16 ग्राम प्रोटीन होता है. इसका स्वाद और ताकत बढ़ाने के लिए आप इसे सलाद के रूप में खा सकते हैं.
लोबिया एक प्रोटीन का पावर हाउस है. आपको जानकर हैरानी होगी कि 1 कप भीगे हुए काली लोबिया में 16 ग्राम प्रोटीन होता है. वहीं इसमें आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन बी का भी एक बड़ा स्रोत होता है. इसे आप सावन के महीने में मांस मछली के ऑप्शन के तौर पर खा सकते हैं.