भारत में चाय के शौकीनों की कोई कमी नहीं है. यहां लोग हर मौसम में चाय पीने की इच्छा रखते हैं. चाहे सर्दी हो या गर्मी, चाय पीने वाले लोग कभी मना नहीं करते. ऐसे में अगर मौसम बारिश का हो तो क्या ही कहना. बारिश के मौसम में चाय की खपत कई गुना बढ़ जाती है, वहीं बारिश में बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इस मौसम में मौसम में नमी और बारिश में भीगने के कारण लोग अधिक बीमार रहते हैं.
लंबे समय से, अदरक की चाय पीने से पाचन में सहायता मिलती है. इतना ही नहीं सूजन को कम करने के लिए भी अदरक की चाय का सेवन किया जाता है। अदरक की चाय का इस्तेमाल स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में और मॉनसून से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में किया जा सकता है.
मूसलाधार हो रही बारिश में अगर कुछ चाहिए तो वो है एक कप अदरक, दालचीनी, इलायची और लौंग वाली मसाला चाय. विशेषज्ञ का कहना है कि ये मसाले एंटीऑक्सिडेंट, रोगाणुरोधी और सूजन-रोधी गुणों से भरपूर हैं जो स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं और मॉनसून में होने वाली बीमारियों से बचाते हैं.
मॉनसून के मौसम में सेहत को ठीक करने के लिए पुदीने की चाय एक बेहतर विकल्प है. दरअसल, मॉनसून के मौसम में लोग बाहर का खाना ज्यादा खाते हैं. जिससे पेट की समस्या बढ़ जाती है. पुदीने की चाय दूषित भोजन या पानी के सेवन से होने वाली सूजन, अपच और पेट की परेशानी को कम करने में मदद कर सकती है
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट और प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले प्रभाव होते हैं, यह सांस संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती है और स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है. बारिश के मौसम में तुलसी की चाय मन को शांत करती है और यह आरामदायक हो सकती है.
दालचीनी की तासीर गर्म होती है. यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो मॉनसून के दौरान फायदेमंद हो सकते हैं. इस दौरान श्वसन संक्रमण (respiratory infection) का खतरा अधिक होता है.