इस खरीफ और रबी सीजन में बढ़ती फसलों के लिए यूरिया की मांग में भी जबरदस्त बढ़ोत्तरी देखी गई है. इस मांग को मैच करने और खपत को पूरा करने के लिए दिग्गज उर्वरक निर्माता मैटिक्स फर्टिलाइजर (Matix fertilizer and chemical limited) ने नया प्लांट लगाने की घोषणा की है. कंपनी ने कहा है कि 7500 करोड़ की लागत से नया यूरिया प्रोडक्शन प्लांट पश्चिम बंगाल में लगाया जाएगा. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा. जबकि, कंपनी के बाजार हिस्सेदारी और बिजनेस में विस्तार भी होगा.
देश की अग्रणी यूरिया उत्पादक कंपनी मैटिक्स फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स ने अपनी यूरिया उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए लगभग 7,500 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है. यह निवेश पश्चिम बंगाल के पानागढ़ औद्योगिक पार्क में अपने मौजूदा यूरिया प्लांट में ब्राउनफील्ड विस्तार के रूप में होगा. इस विस्तार के साथ कंपनी को अपनी बाजार हिस्सेदारी में तेज बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है. कंपनी के अनुसार मैटिक्स फर्टिलाइजर्स ने 6,900 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो वित्तवर्ष 23 में 5,700 करोड़ रुपये था.
कंपनी की ओर से जारी बयान में मैटिक्स फर्टिलाइजर्स के चेयरमैन निशांत कनोडिया ने कहा कि वर्तमान में कंपनी 12.7 लाख टन सालाना (MTPA) की उत्पादन क्षमता पर काम करती है. लेकिन, हाल के वर्षों में इसने लगातार इस क्षमता को पार किया है. पिछले वित्तीय वर्ष में मैटिक्स फर्टिलाइजर्स ने 118 फीसदी क्षमता का इस्तेमाल करते हुए 15 लाख टन उत्पादन हासिल किया था. इस वर्ष कंपनी 112-113 फीसदी क्षमता पर काम करते हुए बढ़िया प्रदर्शन कर रही है.
उन्होंने कहा कि हम इस क्षमता को दोगुना करने का टारगेट बना रहे हैं. क्योंकि मांग में इजाफा देखा जा रहा है. इसके लिए हमने पहले ही कार्य शुरू कर दिए हैं. अब हम विस्तार के लिए भारत सरकार के उर्वरक विभाग से मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं. एक बार जब हमें हरी झंडी मिल जाती है, तो हमें विश्वास है कि निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा और अगले 30 महीनों के भीतर प्लांट चालू हो जाएगा.
मैट्रिक्स फर्टिलाइजर्स वर्तमान में भारत के यूरिया उत्पादन में लगभग 4.8 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी रखता है. पिछले वित्तीय वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर यूरिया का कुल उत्पादन 314 लाख टन टन दर्ज किया गया था. कंपनी के अनुसार पूर्वी भारत में मैट्रिक्स प्रमुख फर्टिलाइजर उत्पादक है और उस क्षेत्र में उसकी बाजार हिस्सेदारी 20 फीसदी के करीब है.