...अब 1 बोतल यूरिया में ही होगा अन्नदाताओं का काम, कम बजट में ज्यादा प्रोडक्शन, जानिए कैसे?

...अब 1 बोतल यूरिया में ही होगा अन्नदाताओं का काम, कम बजट में ज्यादा प्रोडक्शन, जानिए कैसे?

उत्तर प्रदेश में देश के सबसे अधिक 32474 किसान समृद्धि  केंद्र हैं. जल्द ही 27488 उर्वरक दुकानों को भी किसानों की मदद के लिए समृद्धि केंद्रों में बदला जाएगा.

Barabanki News: अन्नदाताओं को मिल रहा लिक्विड यूरियाBarabanki News: अन्नदाताओं को मिल रहा लिक्विड यूरिया
नवीन लाल सूरी
  • Lucknow,
  • Oct 21, 2023,
  • Updated Oct 21, 2023, 10:38 AM IST

UP Farmers News: उत्तर प्रदेश के IFFCO के मुख्य प्रबंधक कृषि डॉ.जीपी तिवारी ने बाराबंकी के प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र का दौरा कर किसानों को कराई जा रही सुविधाओं के बारे में जाना. तिवारी ने किसानों से बातचीत में कहा कि अब एक बोरी यूरिया का काम 1 बोतल नैनो यूरिया ही कर सकता है. इससे यूरिया का ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट कई गुना घट जाएगा. उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया कम बजट में ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन देगा. नवीन गल्ला मंडी बाराबंकी में IFFCO के अधिकारियों और किसानों के बीच इंटरैक्शन किया गया. किसानों ने कहा कि नैनो यूरिया से खेती का खर्चा कम हो रहा है. IFFCO के उत्तर प्रदेश के निदेशक डॉ.जीपी तिवारी ने कहा कि इन केंद्रों पर IFFCO बड़ी मात्रा में फर्टिलाइजर, नैनो यूरिया, स्पेशिफिक न्यूट्रिशनल फर्टिलाइजर भेज रहा है. इससे यहां के किसान बायो फर्टिलाइजर की तरह अपने खेतों में इस्तेमाल कर सकते हैं. जिससे उनकी मिट्टी की फर्टिलिटी काफी बढ़ेगी. उन्होंने कहा की यह केंद्र किसानों को उचित मूल्य और सुविधाजनक तरीके से कृषि सामग्री उपलब्ध करा रहा है, जिससे उनकी आय में भी वृद्धि हो रही है.

प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र बाराबंकी के प्रभारी सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी ने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से किसानों को उचित मूल्य पर यूरिया, डीएपी, एनपीके, मिट्टी की जांच, कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के अलावा नैनो यूरिया, डीएपी, सागरिका, जैव उर्वरक, कीटनाशक, खर पतवार नाशक और उच्च किस्म के बीज के साथ तकनीकी वार्ता की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. 

IFFCO के मुख्य प्रबंधक कृषि डॉ.जीपी तिवारी ने बाराबंकी के प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र का किया दौरा

उन्होंने कहा कि यह केंद्र किसानों को उचित मूल्य व सुविधाजनक तरीके से कृषि सामग्री उपलब्ध करा रहा है जिससे उनकी आय में भी वृद्धि हो रही है. पीआईबी के संयुक्त निदेशक दिलीप शुक्ल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसान समृद्धि केंद्र न सिर्फ किसानों को एक छत के नीचे कृषि संबंधी समस्त सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं, वरन तरल रूप में नैनो यूरिया, नैनो पोटाश और नैनो एनपीके के माध्यम से किसानों की उपज बढ़ा रहे हैं और लागत को कम कर किसानों की आय बढ़ाने में सहायक हो रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि केंद्र किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार स्प्रे मशीन उपयोग के लिए निशुल्क मुहैया करा रहे हैं. किसान रामानंद ने प्रधानमंत्री द्वारा की गई इस क्रांतिकारी पहल 'पीएमकेएसएक' को परिवर्तनकारी कदम बताते हुए कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन इफ से कृषिगत सामानों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित हो पाई है. किसान राजबली ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वन के फलस्वरूप उन्हें अब अन्यत्र भटकना नहीं पड़ता. तमाम कृषि आगतों की एक ही जगह मौजूदगी से उन्हें क्रय करने में सहूलियत एवम समय की बचत होती है.

27488 उर्वरक दुकानों को किसान समृद्धि केंद्र में बदला जाएगा

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में देश के सबसे अधिक 32474 किसान समृद्धि  केंद्र हैं. जल्द ही 27488 उर्वरक दुकानों को भी किसानों की मदद के लिए समृद्धि केंद्रों में बदला जाएगा. प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2022 में रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तहत 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों (पीएमकेएसके) का उद्घाटन किया था. इस योजना के तहत देश में खुदरा खाद की दुकानों को चरणबद्ध तरीके से पीएमकेएसके में बदला जाएगा. पीएमकेएसके किसानों की विभिन्न प्रकार की जरूरतों को पूरा करेंगे और कृषि सामग्री (उर्वरक, बीज, उपकरण), मिट्टी, बीज और उर्वरकों के लिए परीक्षण सुविधाएं प्रदान करेंगे, किसानों के बीच जागरूकता पैदा करेंगे. विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे और ब्लॉक/जिला स्तर के आउटलेट पर खुदरा विक्रेताओं का नियमित क्षमता निर्माण सुनिश्चित करेंगे. 3.3 लाख से ज्यादा खुदरा उर्वरक दुकानों को पीएमकेएसके में बदलने की योजना है.

 

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