खूब सारे रस और मिठास से भरा चौसा आम कोई ऐसा-वैसा आम नहीं है इसका कनेक्श है शेरशाह सूरी से. 1539 में शेरशाह सूरी ने बिहार के चौसा इलाके में हुए एक युद्ध में हुमायूं को हरा दिया था. युद्ध जीतने की खुशी में उसने सभी को अपना मनपसंद आम खिलाया.. ये आम खाकर सब इसके स्वाद के दीवाने हो गए और इसका नाम ही रख दिया गया चौसा.. हालांकि बताया जाता है कि आम की यह किस्म पहली बार उत्तर प्रदेश के हरदोई इलाके में उगाई गई थी. बता दें कि चौसा आम स्वाद में मीठा होता है. इसके रंग को देखकर इसकी पहचान की जा सकती है. इसका रंग सुर्ख पीला होता है. यह आम जुलाई के महीने में बाजार में आता है, जब अन्य किस्म के आम कम हो जाते हैं.