नीलगाय और जंगली जानवर से हैं परेशान, तो खेतों के मेड पर लगाएं ये 3 पेड़, मिलेगा छुटकारा

नीलगाय और जंगली जानवर से हैं परेशान, तो खेतों के मेड पर लगाएं ये 3 पेड़, मिलेगा छुटकारा

देश के कई राज्यों के किसान नीलगाय और जंगली जानवर के आतंक से परेशान रहते हैं. इससे किसानों का काफी नुकसान भी हो जाता है, जिसे लेकर वो काफी चिंतित रहते हैं. लेकिन अब किसानों की चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम एक ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं जिससे नीलगाय और जंगली जानवर खेत के पास भटकेंगे भी नहीं. इसके लिए किसानों को बस अपने खेत की मेड़ों पर इन तीन पेड़ों को लगाना होगा.

नीलगाय से फसल बचाव के उपायनीलगाय से फसल बचाव के उपाय
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Nov 09, 2024,
  • Updated Nov 09, 2024, 9:29 AM IST

किसानों के लिए उनकी फसल ही सब कुछ होती है. उसकी देखभाल के लिए वह कई प्रकार के उपाय को अपनाते हैं, लेकिन देश के कई राज्यों में किसान नीलगाय और जंगली मवेशियों से काफी परेशान हैं. किसानों की अक्सर शिकायत रहती है कि उनकी फसलें नीलगाय और जंगली जानवर नष्ट कर देते हैं. ऐसे में किसान नीलगाय और जंगली जानवर के आतंक से परेशान रहते हैं. इससे किसानों का काफी नुकसान भी हो जाता है, जिसे लेकर वो काफी चिंतित रहते हैं. ऐसे में कई किसान अपने खेतों में तारबंदी करते हैं, तो कई किसान तो फसल की रखवाली करने के लिए रात-रात भर खेतों पर पहरा देते हैं. लेकिन अब किसानों की चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम एक ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं जिससे नीलगाय और जंगली जानवर खेत के पास भटकेंगे भी नहीं. इसके लिए किसानों को बस अपने खेत की मेड़ों पर इन तीन पेड़ों को लगाना होगा.

खेत की मेड़ो में लगाएं ये 3 पौधे

टिमरू का पेड़: नीलगाय और जंगली जानवरों के नुकसान से बचने के लिए टिमरू का पेड़ एक बढ़िया विकल्प है. यह एक प्रकार की कटीली झाड़ी वाले पेड़ होते हैं. इस पेड़ को पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक देखा जाता है. इस पेड़ को खेतों की मेड़ पर लगाकर जंगली जानवरों को खेतों में जाने से रोक सकते है. इस पेड़ की लकड़ी से पहले लोग दातून करते थे. वहीं, इस पेड़ से फसलों में लगने वाले कीटों की समस्या भी दूर होती है. इस पेड़ की पत्ती, बीज सब कुछ काम में आती है.

नींबू का पेड़: देश में कई किसान ऐसे भी हैं जिनके यहां यह पहाड़ी पेड़ यानी टिमरू का पेड़ नहीं होता है तो वो किसान नींबू का पेड़ अपने खेतों की मेड़ पर लगा सकते हैं. इस पेड़ को लगाने से भी नीलगाय और जंगली जानवर खेतों में नहीं आते हैं. ऐसा इसलिए की इसमें भी कांटे भी होते है, जिससे जंगली जानवर खेत में घुसने से बचते हैं. वहीं, नींबू की बिक्री करके किसान कमाई भी कर सकते हैं.

करौंदा का पेड़: इन दो पेड़ों के अलावा किसान करौंदा का पेड़ भी लगा सकते है. यह सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. इसे लगा देने के बाद नीलगाय और जंगली जानवर खेतों के आसपास भी नहीं भटकते हैं. यह बहुत झाड़ी दार होता है. यह पर्वतीय और मैदानी सोनो इलाको में रहने वाले किसानों के लिए अच्छा है. इससे किसान कमाई भी कर सकते है.

फसल बचाने के अन्य उपाय

नीलगाय के आतंक से बचने के लिए आप कई अन्य टिप्स भी अपना सकते हैं. इसमें आप अपनी फसलों पर चार किलो मट्ठे में छिला हुआ प्याज, बालू के साथ मिलाकर अपनी फसलों पर छिड़काव कर सकते हैं. इस घोल के गंध से नीलगाय और जंगली जानवर आपके खेतों के आसपास भी नहीं आएंगे. इसके अलावा लहसुन से बने पेस्ट को भी आप खेतों में छिड़क सकते हैं. लहसुन के गंध से भी पशु खेतों में नहीं आते हैं. साथ ही आप अपने खेतों के मेंड़ पर कई अलग-अलग पौधे भी लगा सकते हैं. जैसे, तुलसी, मेथा या फिर लेमन ग्रास. इन पौधों के सुगंध से भी नीलगाय आपके खेतों में नहीं घुसेगी. इन सभी उपायों से किसान फसलों नुकसान होने से बचा सकते हैं.

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