मछलियों के लिए जानलेवा है तालाब का पानी अधिक गर्म होना, समय रहते कर लें उपाय  

मछलियों के लिए जानलेवा है तालाब का पानी अधिक गर्म होना, समय रहते कर लें उपाय  

मछलियों की सही सेहत के लिए इस बात का ध्‍यान रखें कि तालाब का पानी बहुत ज्‍यादा गर्म न होने पाए. लेकिन अक्‍सर गर्मी के मौसम में तालाब का पानी बहुत ज्‍यादा गर्म हो जाता है. पानी जितना ज्यादा गर्म होगा, उसमें ऑक्‍सीजन की मात्रा उतनी ही कम होगी. इसलिए पानी का तापमान जरूर चेक करते रहें. तालाब के पानी का तापमान करीब 24 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहना चाहिए. 

तालाब का पानी काला होना मछलियों के लिए खतरनाक तालाब का पानी काला होना मछलियों के लिए खतरनाक
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Sep 04, 2024,
  • Updated Sep 04, 2024, 8:00 PM IST

भारत में मछली पालन आज एक बड़े व्‍यवसाय के तौर पर मशहूर है. गांवों से लेकर बड़े शहरों में भी बड़े पैमाने पर तालाबों में मछलीपालन किया जा रहा है. मछली पालन में तालाब एक बड़ा रोल अदा करता है. तालाब का पानी, मछलियों के स्वास्थ्य और इस व्‍यवसाय में लगे लोगों की आय को निर्धारित करने में बड़ा योगदान देता है. वहीं कई ऐसी वजहें होती हैं जिसकी वजह से तालाब का पानी कभी-कभी मछलियों की मौत की वजह तक बन सकता है. इनमें से ही एक है तालाब के पानी का तापमान. आज हम आपको बताते हैं कि अगर तालाब का पानी गर्म होगा तो वह किस तरह से मछलियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है. 

पानी में कम हो जाती ऑक्‍सीजन 

ऐसा माना जाता है कि तालाब की ऊपरी सतह पर जो पानी होता है, उसमें ऑक्‍सीजन की मात्रा काफी होती है. अगर मछलियों को यह ऑक्‍सीजन कम मात्रा में मिलती है तो वो सतह पर आकर सांस लेने की कोशिशें करती हैं. अक्‍सर आपने कभी-कभी तालाब में सूरज ढलने से पहले या फिर बारिश के मौसम में घने बादल होने पर मछलियों को तालाब की ऊपरी सतह पर आकर सांस लेते हुए देखा होगा. कई बार तो ऐसी स्थितियों में मछलियों की मौत तक हो जाती है. तालाब में ऑक्‍सीजन की कमी के कई कारण होते हैं और पानी का गर्म होना उसमें से ही एक है. 

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बहुत ज्‍यादा गर्म न हो पानी 

हमेशा इस बात का ध्‍यान रखें कि तालाब का पानी बहुत ज्‍यादा गर्म न होने पाए. लेकिन अक्‍सर गर्मी के मौसम में तालाब का पानी बहुत ज्‍यादा गर्म हो जाता है. ध्‍यान रखें कि पानी जितना ज्यादा गर्म होगा, उसमें ऑक्‍सीजन की मात्रा उतनी ही कम होगी. इसलिए पानी का तापमान जरूर चेक करते रहें. तालाब के पानी का तापमान करीब 24 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहना चाहिए. 

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इसके लिए क्‍या करें 

अगर पानी का तापमान ज्‍यादा है तो हाइड्रोजन सल्‍फाइड की मात्रा की वजह से पानी जहरीला हो सकता है. पानी में घुली हुई ऑक्‍सीजन भी हाइड्रोजन सल्‍फाइड के हानिकारक प्रभाव में बड़ी भूमिका निभाती है. मछलियों में हाइड्रोजन सल्‍फाइड की वजह से उनके फेफड़ों को नुकसान होता है. यह गैस फेफड़ों में चिपक जाती है और ऑक्‍सीजन नहीं मिलने की वजह से मछलियों की मौत तक हो जाती है. सुबह के समय सूरज निकलने से पहले एयरेशन डिवाइसेज की मदद से ऑक्‍सीजन को बढ़ाएं. साथ ही नियमित तौर पर पानी को बदलना भी फायदेमंद होता है.

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