बोगनवेलिया एक गुलाबी रंग के पत्तियों वाला बहुत खुबसुरत पौधा है. यह पौधा आपको सामान्य तौर पर भारतीय घरों में देखने को मिल जाएगा. यह फूल एक सजावटी पौधे के रूप में काम आता है और बेल जैसी खूबसूरत झाड़ियों के रूप में बढ़ता है. इसीलिए, इसे लोग अपने घरों के गेट या फिर बाहरी दीवारों पर लगाते हैं . आइए जानते हैं इस पौधे को लगाने का आसान तरीका.
बोगनविलिया एक ऐसा पौधा है, जो किसी भी घर या गार्डन की सुंदरता को बढ़ा देता है. वहीं इस पौधे को वसंत ऋतु या शुरुआती गर्मियों में लगाना बेहतर माना जाता है. ताकि ठंड शुरू होने से पहले इसकी जड़ें अच्छी तरह से गमले स्थापित हो सके. वहीं गर्म जलवायु वाले जगहों पर आप इस पौधे को किसी भी समय लगाया जा सकते हैं.
बोगनविलिया एक ऐसा पौधा है जिस पर कई तरह के और अलग-अलग रंग के फूल खिलते हैं. वहीं इसे लगाने से पहले मिट्टी का चुनाव करना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि मिट्टी से ही पौधों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं. बोगनविलिया लगाने के लिए बेहतर जल निकासी वाली अम्लीय मिट्टी सबसे बेहतर मानी जाती है.
बोगनवेलिया के पौधों को लगाना बहुत ही आसान होता है. इसे घर पर गमलों में या आउटडोर गार्डन में बहुत ही आसानी से लगाया जा सकता है. इस पौधे की बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती है. वहीं इस पौधे की कटिंग लगाई जाती है. आप लगाने से पहले पौधे से लगभग 6 इंच की ग्रीनवुड या हार्डवुड कटिंग काटें जिसमें कम से कम 5-7 पत्ते हों.
बोगनविलिया के पौधे के सही विकास के लिए नियमित पानी देने की ज़रूरत होती है. वहीं इस पौधे को गर्मियों के समय में ज़्यादा ख्याल रखना होता है. क्योंकि तापमान यदि 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो तो आप बोगनवेलिया पौधों को सप्ताह में दो बार पानी दे. वहीं सर्दियों के समय में दो सप्ताह में केवल 1 बार पानी देने से भी कम चल जाएगा.
इसके पौधे के लिए गर्म जलवायु अनुकूल मानी जाती है और यह गरम वातावरण में तेजी से बढ़ता है. बोगनवेलिया के पौधे पर अधिक फूल चाहिए तो किसी ऐसे स्थान पर रखें जहां दिन में कम से कम 6 घंटे की धूप मिल सके. बोगनवेलिया के पौधे में फूल नहीं आने का एकमात्र कारण धूप की कमी ही होती है.