एग्रीकल्चर सेक्टर में ड्रोन का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. छिड़काव समेत निगरानी कार्यों के लिए परफेक्ट उपकरण के रूप में उभरे ड्रोन टेक्नोलॉजी खेती कार्यों में कारगर साबित हो रही है. इसमें मजबूत संभावनाओं को देखते हुए निजी क्षेत्र की कंपनियां तेजी से ड्रोन सेवाएं देने के लिए पैर पसार रही हैं. अब इंसेक्टिसाइड इंडिया लिमिटेड (Insecticides India) ने ड्रोन सेवाएं देने के लिए एग्री ड्रोन कंपनी जनरल एयरोनॉटिक्स से पार्टनरशिप की है. इंसेक्टिसाइड हरियाणा के किसानों को ड्रोन सेवाओं के साथ ट्रेनिंग भी देगी.
एग्रोकेमिकल सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंसेक्टिसाइड इंडिया लिमिटेड (Insecticides India) ने अपने IIL फाउंडेशन के जरिए एग्री ड्रोन कंपनी जनरल एयरोनॉटिक्स से पार्टनरशिप की है. इस साझेदारी के तहत हरियाणा के किसानों को ड्रोन स्प्रे तकनीक सिखाई जाएगी. कंपनी के अनुसार इसके लिए कई दर्जन गांवों की 5,000 एकड़ से अधिक खेती को कवर किया जाएगा. किसानों को ड्रोन छिड़काव का तरीका सिखाने के साथ ही उन्हें इसके फायदे भी बताए जाएंगे.
IIL और जनरल एयरोनॉटिक्स के बीच सहयोग किसानों को ड्रोन स्प्रे तकनीक का व्यावहारिक अनुभव और लाइव प्रदर्शन दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है. यह पहल किसानों के लिए इस नई तकनीक को अपनाना आसान बनाएगी, जिससे टिकाऊ और प्रगतिशील कृषि रणनीतियां अपनाने का रास्ता खुलेगा. फसल सुरक्षा उत्पादों के छिड़काव के लिए ड्रोन तकनीक काफी तेजी से लोकप्रिय हो रही है. इसे सरकार की ओर से भी प्रचारित किया जा रहा है. ड्रोन एक स्मार्ट खेती सॉल्यूशन देते हैं और इससे मजदूरी लागत घटने के साथ ही उत्पादन में बढ़ोत्तरी भी हासिल की जा सकती है.
जनरल एयरोनॉटिक्स के ड्रोन सेंसर और AI बेस्ड ऑपरेटेड एनालिटिक्स से लैस ड्रोन सटीक समाधान उपलब्ध कराते हैं. बयान में इंसेक्टिसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल ने कहा कि किसानों को तकनीकी प्रगति के साथ अपडेट रखने के लिए IIL फाउंडेशन ने हरियाणा में ड्रोन स्प्रे जागरूकता और शिक्षा कार्यक्रम शुरू किया है, जो 10,000 से अधिक किसानों तक पहुंच रहा है. बयान में इंसेक्टिसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी दुष्यंत सूद ने कहा कि जनरल एयरोनॉटिक्स के साथ हमारी साझेदारी किसानों के जीवन में मॉडर्न ड्रोन स्प्रे तकनीक को इंटीग्रेट करने की दिशा में बड़ा कदम है.