गेहूं की सरकारी खरीद 1.44 मिलियन टन तक पहुंच गई है. जो कि एक साल पहले की अवधि में 1.03 मिलियन टन से 41 प्रतिशत अधिक है. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) केंद्र सरकार के बफर स्टॉक के लिए खरीद करता है. आमतौर पर एमएसपी पर गेहूं की खरीद एक अप्रैल से शुरू होती रही है लेकिन इस साल खरीद 13 मार्च को शुरू हो गई थी. जिसकी शुरुआत राजस्थान से हुई है. उत्तर प्रदेश में भी पहले ही खरीद शुरू कर दी गई थी, लेकिन पंजाब और हरियाणा में एक अप्रैल से खरीद शुरू हुई है. सरकार ने एक अप्रैल से शुरू होने वाले रबी मार्केटिंग सीजन में 37.29 मिलियन टन खरीद का लक्ष्य रखा है. हालांकि अधिकारियों ने कहा है कि "वास्तविक" खरीद 31-32 मिलियन टन हो सकती है.
एमएसपी पर गेहूं की खरीद शुरू होने के बीच केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने अनुमान लगाया है कि 2023-24 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 112.02 मिलियन टन हो सकता है. इस वर्ष आवक के मुकाबले खरीद का प्रतिशत एक साल पहले के 39 प्रतिशत के मुकाबले 54 प्रतिशत है. एफसीआई से मिली जानकारी के अनुमान 9 अप्रैल तक मध्य प्रदेश में 1.29 मिलियन टन की खरीद हुई है, जो कि एक साल पहले की अवधि में खरीदी गई लगभग 1 मिलियन टन से 30 प्रतिशत अधिक है.
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मध्य प्रदेश में किसानों को गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,275 प्रति क्विंटल के ऊपर 125 रुपये क्विंटल का बोनस दिया जा रहा है. राजस्थान में भी इतना ही बोनस दिया जा रहा है. इस तरह इन दो राज्यों में किसानों को गेहूं का सरकारी दाम 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है. हालांकि विधानसभा चुनावों के दौरान भाजना ने 2700 रुपये क्विंटल पर गेहूं खरीदने का वादा किया था.
राजस्थान में 0.24 मिलियन टन की आवक में से 31,956 टन की खरीद की सूचना मिली है. एक साल पहले की इस अवधि में राजस्थान में कोई खरीद नहीं हुई थी. उत्तर प्रदेश, जिसने पिछले महीने अनौपचारिक रूप से बड़ी कंपनियों और स्टॉकिस्टों को तब तक गेहूं बाजार में प्रवेश नहीं करने के लिए कहा था जब तक कि राज्य निर्धारित मात्रा में गेहूं नहीं खरीद लेता. उसने इस अवधि में पिछले साल के 6,907 टन की तुलना में 38,891 टन गेहूं खरीदा है.
उधर, हरियाणा में, खरीद अब तक 83,203 टन तक पहुंच गई है, जबकि एक साल पहले यह 23,191 टन थी. पंजाब में बैसाखी उत्सव के कारण 13 अप्रैल के बाद खरीद में तेजी आने की संभावना है. केंद्र का अनुमान है कि पंजाब से 13 मिलियन टन, हरियाणा और मध्य प्रदेश से 8 मिलियन टन, उत्तर प्रदेश से 6 मिलियन टन और राजस्थान से 2 मिलियन टन गेहूं खरीदा जाएगा. हालांकि उद्योग जगत का अनुमान है कि चालू वर्ष की खरीद पिछले वर्ष के 26.2 मिलियन टन से 30 प्रतिशत अधिक हो सकती है.
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