तेलंगाना में धान खरीद किसानों अच्छी किस्म की धान (Sanna Vadlu) के लिए 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने की चुनावी घोषणा के बाद राज्य में धान का उत्पादन में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. राज्य में धान का उत्पादन 61 फीसदी बढ़ गया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार बीते साल धान का रकबा 25 लाख एकड़ था जो बोनस की घोषणा के चलते रिकॉर्ड बढ़कर 40 लाख एकड़ पहुंच गया है.
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले किसानों को अच्छी किस्म (सन्ना वडलू) के धान पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने की घोषणा की थी. इसके चलते तेलंगाना में खरीफ सीजन में बढ़िया किस्म के धान (सन्ना वडलू) की खेती 61 फीसदी बढ़कर 40 लाख एकड़ हो गई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 25 लाख एकड़ क्षेत्र में ही इसकी खेती हुई थी.
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सोशल मीडिया पोस्ट में धान किसानों की सराहना की और कहा कि तेलंगाना के गठन के बाद पहली बार कालेश्वरम परियोजना के पानी को संग्रहीत करने की स्थिति में नहीं होने के बावजूद धान की फसल रिकॉर्ड स्तर पर हुई है. सूत्रों ने बताया कि बढ़िया धान के रकबे में बढ़ोत्तरी की वजह राज्य की कांग्रेस सरकार की ओर से चुनावी वादे के तहत बढ़िया किस्म के धान के लिए प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस घोषित किया जाना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस सीजन से बढ़िया किस्म के धान सन्ना वडलू पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 500 रुपये का बोनस देने की घोषणा की है. नतीजतन, पिछली बार की तुलना में सन्ना वडलू की खेती का रकबा 61 फीसदी बढ़ गया है. दूसरी ओर गैर बारीक किस्म के धान की खेती में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जो सीजन के दौरान 41 लाख एकड़ से घटकर 26.3 लाख एकड़ रह गई है.
पिछले साल के 146 लाख टन के मुकाबले इस साल धान का कुल उत्पादन 153 लाख टन रहा है. जबकि, इस साल के बरसात के मौसम में धान की खेती का कुल क्षेत्रफल 66.77 लाख एकड़ है, जबकि पिछले साल इसी सीजन में यह 65.94 लाख एकड़ था. राज्य सरकार का अनुमान है कि नागरिक आपूर्ति विभाग को इस सीजन में राज्य भर में 7,411 धान खरीद केंद्रों के जरिए 80 लाख टन अनाज खरीदना होगा. अब तक नागरिक आपूर्ति विभाग ने खरीद केंद्रों के जरिए राज्य के 1.41 लाख किसानों से करीब 10 लाख टन धान खरीदा है.