चीनी उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश 2024-25 सीजन में महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ सकता है. चीनी संघ के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार प्रमुख 5 गन्ना उत्पादक राज्यों में महाराष्ट्र और कर्नाटक में विपरीत मौसम स्थितियों के चलते चीनी उत्पादन में मामूली गिरावट की बात कही गई है. हालांकि, सभी राज्यों का मिलाकर चीनी उत्पादन आंकड़ा 333 लाख टन के पार पहुंचने की उम्मीद जताई गई है.
भारतीय चीनी संघ इस्मा (ISMA) ने 2024-25 चीनी सीजन के लिए शुरुआती अनुमानों में अच्छे उत्पादन की उम्मीद जताई है. प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश में खड़ी गन्ना फसल की अच्छी स्थिति बनी हुई है. इसके अलावा इथेनॉल के लिए गन्ने का डायवर्जन पिछले साल की तुलना में कम होने की उम्मीद है. इससे राज्य के कुल चीनी उत्पादन में सकारात्मक योगदान की संभावना जताई गई है.
उत्तर प्रदेश में मजबूत फसल को देखते हुए 2024-25 सीजन के लिए शुरुआती अनुमानों में 113 लाख टन चीनी उत्पादन होगा. इस्मा के अनुसार इथेनॉल के लिए चीनी के डायवर्जन के बाद 103 लाख टन से अधिक चीनी बनी रहेगी. जबकि, मौजूदा 2023-24 चीनी सीजन में इथेनॉल डायवर्जन के बिना 109 लाख टन से अधिक उत्पादन का अनुमान जताया गया है. वहीं, उत्तर प्रदेश में 2024-25 सीजन के लिए गन्ने का रकबा 23 लाख हेक्टेयर से अधिक रहने का अनुमान है.
चीनी उत्पादन में आगे रहने वाले राज्य महाराष्ट्र में 2024-25 सीजन में कुल 111 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है. जबकि, इथेनॉल के लिए डायवर्जन के बाद 110 लाख टन चीनी उत्पादन रहने की उम्मीद जताई गई है. वहीं, मौजूदा 2023-24 सीजन में कुल चीनी उत्पादन 117 लाख टन से अधिक रहने की संभावना जताई गई है. क्योंकि, राज्य में गन्ने का रकबा 14 लाख हेक्टेयर है, जबकि 2024-25 सीजन के लिए विपरीत मौसम स्थितियों के चलते रकबा घटकर 13 लाख हेक्टेयर के करीब है.
शुरुआती अनुमानित आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक में 2024-25 सीजन में बिना इथेनॉल डायवर्जन के 56 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान जताया गया है. इसके साथ ही 6.20 लाख हेक्टेयर गन्ने का रकबा है. इसके अलावा तमिलनाडु में 8.84 लाख टन चीनी उत्पादन की उम्मीद जताई गई है और 2 लाख हेक्टेयर गन्ने का रकबा रहने वाला है. इसी तरह गुजरात में 9.98 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है और गन्ने का रकबा 2.31 लाख हेक्टेयर रहने की संभावना है. वहीं, अन्य राज्यों में 2024-25 चीनी सीजन में 33.75 लाख टन उत्पादन का अनुमान है और गन्ने का रकबा 9.15 लाख हेक्टेयर रहने की बात कही गई है.