देश में बढ़ती प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बफर स्टॉक से प्याज को बाजारों में भेजना शुरू कर चुकी है. जबकि, कंज्यूमर को महंगी कीमत से राहत देने के लिए सरकार ने बाजार भाव से 3 गुना सस्ती प्याज 170 शहरों में उपलब्ध करा रही है. सरकार की समितियों एनसीसीएफ (NCCF) और नेफेड (NAFED) के जरिए प्याज की बिक्री करा रही है. बिक्री वाले शहरों में दिल्ली एनसीआर के 71 जगह, जयपुर में 12 जगह और वाराणसी में 10 जगहों समेत कई शहरों में केवल 25 रुपये में प्याज बेची जा रही है.
भारत में प्याज की कीमतों में तेज उछाल देखा गया है, पिछले एक सप्ताह में कीमतों में 2 गुना वृद्धि हुई है. खुले बाजार में प्याज अब 60 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही है. प्याज की कीमतों को नियंत्रत करने के लिए सरकार ने अपना बफर स्टॉक से प्याज को शहरों में बिक्री के लिए तेजी से भेज रही है. सरकार अब एनसीसीएफ (NCCF) और नेफेड (NAFED) के जरिए देश के 170 शहरों और 685 केंद्रों में स्थापित स्टाल्स और मोबाइल वैन से 25 रुपये प्रति किलोग्राम कीमत पर प्याज बेच रही है.
दिल्ली-एनसीआर में 71, जयपुर में 22, लुधियाना में 12, वाराणसी में 10, रोहतक में 6 और श्रीनगर में 5 सहित विभिन्न स्थानों पर मोबाइल वैन के माध्यम से सस्ती प्याज की बिक्री की जा रही है. इसके अलावा भोपाल, इंदौर, भुवनेश्वर, हैदराबाद और बेंगलुरु में मोबाइल वैन के जरिए रियायती प्याज की बिक्री भी जारी है.
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उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार दिल्ली में प्याज की कीमतें 25 अक्टूबर को करीब 40 रुपये प्रति किलोग्राम थीं और यह कीमत 29 अक्टूबर को दोगुनी होकर 80 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई. वर्तमान में दिल्ली में प्याज की औसत खुदरा कीमतें अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक हैं. दिल्ली के बाद सर्वाधिक कीमतों में बढ़ोत्तरी गोवा और पुडुचेरी में देखी गई है, जहां बीते मंगलवार को औसत खुदरा कीमत 72 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई. अन्य राज्यों में प्याज की खुदरा कीमतें 41 रुपये से 69 रुपये प्रति किलोग्राम तक दर्ज की गई हैं.