बारिश से बर्बाद धान के लिए 25000 रुपये प्रति हेक्टेयर मिलेगा मुआवजा, 17 सितंबर से पहले होगी भरपाई 

बारिश से बर्बाद धान के लिए 25000 रुपये प्रति हेक्टेयर मिलेगा मुआवजा, 17 सितंबर से पहले होगी भरपाई 

मुख्यमंत्री ने फसल नुकसान के लिए अनुग्रह राशि बढ़ाने की घोषणा की है. धान फसल के लिए राहत राशि को बढ़ाकर 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर कर दी गई है. सीएम ने कहा कि इनपुट सब्सिडी सीधे किसानों के खातों में जमा की जाएगी.

महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना समेत कई राज्यों में बारिश से खेती को नुकसान पहुंचा है.महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना समेत कई राज्यों में बारिश से खेती को नुकसान पहुंचा है.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 12, 2024,
  • Updated Sep 12, 2024, 2:03 PM IST

बारिश और बाढ़ के चलते धान फसल बर्बाद होने का मुआवजा 17 सितंबर से पहले जारी करने के निर्देश संबंधित बीमा कंपनियों को दिए गए हैं. आंध्र प्रदेश में बीते सप्ताह भारी बारिश के चलते कई लाख हेक्टेयर धान की फसल बर्बाद हुई है. मुख्यमंत्री ने धान किसानों को 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने को कहा है. इसके अलावा महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ित किसानों को मुआवजा देने के लिए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. जबकि, केंद्र सरकार ने बीते सप्ताह राहत राशि के रूप में 3,448 करोड़ रुपये देने घोषणा की है. 

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एलुरु जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरा किया है. उन्होंने बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों और किसानों को न्याय और मुआवजा देने का वादा किया. उन्होंने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि मैंने व्यक्तिगत रूप से उन सभी समस्याओं का अनुभव किया है जिनका आप सामना कर रहे हैं, और मैं हर एक के साथ न्याय करूंगा. उन्होंने अधिकारियों से पारदर्शिता और जवाबदेही पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य भर में बाढ़ से हुए नुकसान का निष्पक्ष आकलन करने को कहा है. 

प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपये मुआवजा मिलेगा 

मुख्यमंत्री ने फसल के नुकसान के लिए अनुग्रह राशि बढ़ाने की घोषणा की है. इसके तहत पिछली सरकार के दौरान 17,000 रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर राशि कर दी गई है. इसके अतिरिक्त धान की फसल के नुकसान के लिए 10,000 रुपये प्रति एकड़ का भुगतान किया जाएगा. सीएम ने कहा कि इनपुट सब्सिडी सीधे किसानों के खातों में जमा की जाएगी और सभी अनुग्रह राशि का भुगतान 17 सितंबर तक किया जाएगा.

महाराष्ट्र के किसानों को मुआवजा देने के लिए सर्वे जारी 

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि इस साल खरीफ सीजन के दौरान भारी बारिश से फसलों और कृषि भूमि को हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी प्रभावित किसान सहायता के बिना न रहे. कहा कि लंबित कृषि सब्सिडी, कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और अन्य संबंधित मुद्दों पर केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि कृषि कुओं, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई, फलों के बागों और सिंचाई के लिए सब्सिडी देने की प्रक्रिया चल रही है.

केंद्र ने राहत राशि में 3,448 करोड़ रुपये देने घोषणा की 

बीते एक सप्ताह के दौरान महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना समेत कई राज्यों में बारिश और बाढ़ की स्थितियों से कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा रीजन में 12 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल बर्बाद हो गई है. जबकि, आंध्र प्रदेश में 2 लाख हेक्टेयर और तेलंगाना में भी बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचा है. जिन फसलों को सर्वाधिक नुकसान पहुंचा है उनमें सोयाबीन, कपास, धान, केला और हल्दी की फसलें शामिल हैं. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के किसानों, ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र ने 3,448 करोड़ रुपये की राहत देने की घोषणा की है. 

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