उत्तर प्रदेश जनपद अमरोहा के गजरौला थाना क्षेत्र के गांव में बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं. जहां 15 साल के बकरे की मौत होने पर ग्रामीणों ने उसकी अर्थी बनाई गई. डीजे पर देवी भक्ति के गीत बजाकर ग्रामीणों ने शव यात्रा निकालकर बकरे के शव को लेकर गंगा तट पर पहुंचे. वहीं बकरे के शव को गंगा जल में स्नान कराकर उसे किनारे पर दफन कर दिया गया.
मिली जानकारी के मुताबिक, यहां पर 15 साल पहले ग्रामीणों ने चामुंडा देवी के नाम से सार्वजनिक रूप से बकरा छोड़ा था. ग्रामीणों ने बताया कि बकरा गांव में ही घूमता रहता था. जो आस्था का प्रतीक था और चामुंडा मंदिर के आसपास बैठ रहता था. बताया जा रहा हैं कि 6 महीने पूर्व वह बीमार हो गया था. उसका इलाज कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ. पशु चिकित्सालय में भी लेकर आए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बकरे के मौत की जानकारी होने पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई. मनुष्य की तरह उसकी अर्थी बनाई, उस पर फूल चढ़ाए गए. महिलाओं ने रुपये भी चढ़ाए और बकरे की शव यात्रा को डीजे बजाकर निकाला गया. डीजे पर शव यात्रा ले जाते हुए माता रानी के भजन भी बजाए गए. ग्रामीणों ने चामुंडा मैया के नाम पर छोड़े गए इस मृत बकरे का अंतिम संस्कार तिगरी गंगा घाट पर सभी विधि विधान से अंतिम संस्कार किए जाने की इलाके में चर्चा बनीं हुई हैं. फिलहाल बकरे की शव यात्रा का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है.