अब अंडे के दाम नीचे आने लगे हैं. क्रिसमस के समय इसमें बड़ी तेजी देखी गई थी. तब से भाव में उछाल का दौर जारी है. लेकिन अब भाव में नरमी शुरू हो गई है. खासकर दक्षिण भारत के इलाकों में अंडे के दाम अच्छे-खासे गिरे हैं. इसकी वजह तापमान में बढ़ोतरी बताई जा रही है. गर्मियों में अंडे के दाम इसलिए गिरते हैं, क्योंकि इसकी मांग कम हो जाती है. दक्षिण भारत में गर्म दिन की शुरुआत हो गई है. इसलिए अंडे की मांग गिरते ही भाव भी कम हो रहे हैं. देश के बाकी हिस्सों में भी कुछ ऐसा ही ट्रेंड देखा जाएगा. अभी उत्तर भारत में हल्की ठंड है, इसलिए अंडे की मांग बनी है.
अगर देश के प्रमुख शहरों में अंडे का भाव देखें तो इसमें सौ-सवा सौ रुपये प्रति सैकड़ा की गिरावट देखी जा रही है. 'बिजनेसलाइन' की एक रिपोर्ट बताती है कि दिसंबर के अंतिम हफ्ते में चेन्नई, मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु में प्रति सैकड़ा अंडे का भाव 635-670 रुपये चल रहा था जो अब घटकर 510-550 रुपये पर आ गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआती फरवरी में बेंगलुरु में जहां अंडे का दाम 600 रुपये प्रति सैकड़ा था, वह अब गिरकर 520 रुपये पर आ गया है. चेन्नई में यही भाव 610 रुपये से गिरकर 550 रुपये पर आ गया है. मुंबई में 610 से 545 और दिल्ली में 543 से 510 रुपये भाव हो गया है. यही हाल तमिलनाडु के नमक्कल में है जिसे अंडे का गढ़ कहा जाता है. मध्य फरवरी में यहां प्रति सैकड़ा अंडे का भाव 585 रुपये था जो अब गिरकर 480 रुपये पर आ गया है.
नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी के जोनल चेयरमैन एमएसआर प्रसाद बताते हैं, दक्षिण भारत में तापमान में हौले-हौले वृद्धि होने लगी है, इसलिए अंडे की खपत घट रही है. यही ट्रेंड उत्तर भारत में भी देखा जा रहा है. अभी हम देख रहे हैं कि अंडे का भाव 500 रुपये प्रति सैकड़ा के आसपास चल रहा है. ऑल इंडिया पोल्ट्री एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी वलसान परमेश्वरन कहते हैं, गर्मी की महीने में खपत घटती है, इसलिए दाम में गिरावट देखी जा रही है. यह पूरी तरह से सीजनल फैक्टर है. अच्छी बात ये है कि दाम में गिरावट से निर्यात में कुछ तेजी आने की संभावना दिख रही है. हालांकि अभी वेट एंड वॉच की स्थिति है.
केपीएफबीए के अध्यक्ष नवीन पिसुपार्थी कहते हैं, कीमतें 500 रुपये प्रति सैकड़ा के आसपास बनी रहेंगी और इसे आगे भी जारी रहने की संभावना है. व्यापारियों में खुशी इसलिए भी है क्योंकि सोया खली के दाम घटे हैं और बाजार में मक्के की कीमत स्थिर बनी हुई है. ये दोनों फैक्टर अंडे के दाम को घटाने में मदद कर रहे हैं.