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Weather News Today: बारिश को लेकर मौसम विभाग ने की ये बड़ी भविष्यवाणी, किसानों को चेताया

Weather News Today: बारिश को लेकर मौसम विभाग ने की ये बड़ी भविष्यवाणी, किसानों को चेताया

बारिश होना तो अच्छी बात है, लेकिन अधिक बारिश ठीक नहीं. जैसा कि मौसम वैज्ञानिक चेता रहे हैं कि इस साल अगस्त में बहुत अधिक बारिश होती है तो किसानों के लिए कठिनाई हो सकती है. अधिक बारिश का मतलब बाढ़ की आमद है जिससे फसलों को बहुत अधिक नुकसान होगा. इसलिए फसल नुकसान के लिए भी किसानों को तैयार रहना चाहिए.

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अगस्त महीने में देश में होगी अच्छी बारिश अगस्त महीने में देश में होगी अच्छी बारिश

अभी आप गर्मी और लू से भले परेशान हों, लेकिन आगे बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है. मौसम विभाग और ला-नीना से जुड़े पूर्वानुमान की मानें तो आगे इतनी अच्छी बारिश होगी कि आप गर्मी-लू का दंश भूल जाएंगे. जैसा कि पहले ही बताया गया है, जुलाई में ला-नीना एक्टिव हो सकता है जो देश के लगभग सभी इलाकों में बहुत अच्छी बारिश कराएगा. यह खबर किसानों के लिए बेहद राहत भरी है क्योंकि वे दिन-रात टकटकी लगाए रखते हैं कि कब बारिश होगी और कब फसलों को पानी मिलेगा. तो पूर्वानुमानों से साफ है कि जुलाई के बाद अगस्त का महीना मॉनसूनी बारिश के लिहाज से बहुत अच्छा रहने वाला है. इससे खरीफ फसलों को बहुत फायदा होगा.

पिछले साल का अगस्त महीना याद करें तो आपको पता चलेगा कि उस वक्त हालत कितनी खराब थी. अगस्त महीना मॉनसून के लिहाज से सबसे अच्छा मानते हैं, लेकिन पिछले साल सूखा पड़ा था. हालत ये हो गई थी कि 1901 के बाद सबसे कम बारिश उसी अगस्त के महीने में हुई थी. तब बारिश के पानी की 36 परसेंट तक कमी हो गई थी. लेकिन हालिया पूर्वानुमान इस साल अच्छी तस्वीर पेश कर रहे हैं. इस साल के मॉनसून में झमाझम बारिश का अनुमान है.

बाढ़ का खतरा

बारिश होना तो अच्छी बात है, लेकिन अधिक बारिश ठीक नहीं. जैसा कि मौसम वैज्ञानिक चेता रहे हैं कि इस साल अगस्त में बहुत अधिक बारिश होती है तो किसानों के लिए कठिनाई हो सकती है. अधिक बारिश का मतलब बाढ़ की आमद है जिससे फसलों को बहुत अधिक नुकसान होगा. इसलिए फसल नुकसान के लिए भी किसानों को तैयार रहना चाहिए.

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महाराष्ट्र का उदाहरण लें. पिछले साल अगस्त में वहां इतनी कम बारिश हुई कि खेतों में गन्ने की खड़ी फसल चौपट हो गई. हालात ये हो गए कि किसानों ने गन्ने को काटकर चारे के रूप में मवेशियों को खिला दिया. लेकिन ठीक एक महीने बाद सितंबर में इतनी बारिश हुई कि सब सूखा निपट गया और कमी पूरी तरह से भरपाई हो गई. उस बारिश का नतीजा ये रहा कि इस साल गन्ने की बंपर पैदावार हुई और यही वजह है कि महाराष्ट्र गन्ना उत्पादन में अव्वल हो गया है.

लू से बढ़ी परेशानी

इस साल के लू की बात करें तो मई का महीना बहुत परेशान करने वाला है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD के पूर्वानुमान में कहा गया है कि मई में देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा. हालांकि पूर्वोत्तर, उत्तर पश्चिम के कुछ हिस्से और मध्य भारत में लू से राहत रहेगी जहां अधिकतम तापमान सामान्य से लेकर सामान्य से कम तक जा सकता है. मौसम विभाग ने कहा है कि राज्यों में अप्रैल महीने में लू की भीषण स्थिति इसलिए देखी गई क्योंकि वहां आंधी-तूफान की घटनाएं कम हुईं. इससे तापमान में बढ़ोतरी देखी गई. मई महीने में भी बहुत अधिक राहत मिलने के आसार नहीं हैं.

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