scorecardresearch
मुजफ्फरपुर: ओलावृष्टि की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग

मुजफ्फरपुर: ओलावृष्टि की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग

बिहार के मुजफ्फरपुर में तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है. शुक्रवार के दिन अहले सुबह तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि से किसानों की मुश्किल बढ़ा दी है. जिसमें सबसे अधिक मक्के और गेहूं की फसल बर्बाद हुई है.

advertisement
आंधी और ओलावृष्टि की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद आंधी और ओलावृष्टि की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद

बिहार के मुजफ्फरपुर में तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि की वजह से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है. शुक्रवार के दिन अहले सुबह तेज आंधी के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की मुश्किल बढ़ा दी है. जिसमें सबसे अधिक मक्के और गेहूं की फसल बर्बाद हुई है. सुबह-सुबह सड़कों पर लोगों को कश्मीर जैसा बर्फबारी का नजारा देखने को मिला है. वहीं फसलों के साथ-साथ फूस की दर्जनों घर तेज आंधी की चपेट में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. इसके अलावा तेज आंधी और ओलावृष्टि से हजारों एकड़ मक्के, गेहूं, पपीता और दलहन की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. 

दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के औराई ब्लॉक के सरहचिया, मधुबन प्रताप, सहिला बल्ली, जनार, औराई के दक्षिणी इलाकों में किसानों का काफी नुकसान हुआ है.

बर्फ की चादर में लिपटे सड़क, खेत, खलिहान और घर

वहीं बिहार के शिवहर के कई इलाकों में शुक्रवार को अहले सुबह हुई बारिश और बर्फबारी ने किसानों को जमकर नुकसान पहुंचाया है. हालात यह है कि शिवहर जिले के तरियानी में कश्मीर और शिमला जैसा नजारा देखने को मिला. ओलावृष्टि से हालात ऐसे हो गए कि बर्फ की चादर से सड़क, खेत, खलिहान और घर पूरी तरह लिपटे नजर आए. वही भयानक तरीके से हुई बर्फबारी और ओलावृष्टि से किसानों और आम लोगों को भारी क्षति पहुंची है. यहां पर भी कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. 

इसे भी पढ़ें- फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ने कहा- एक साल और जारी रहे गेहूं और आटा के एक्सपोर्ट पर बैन

किसानों ने बताया कि अहले सुबह तेज आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है जिसमें हमारी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. हम लोग सरकार से चाहते हैं कि ओलावृष्टि में जिन किसानों की बर्बादी हुई है उसका मुआवजा मुहैया करवाया जाए.

एक अन्य किसान सुरेश बैठा ने कहा कि दो एकड़ में मैंने गेहूं और दलहनी फसलों की खेती की थी, वह पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. सुबह के दौरान तेज आंधी के साथ ओलावृष्टि हुई है. कर्ज लेकर खेती हम लोगों ने किया था सरकार से हम लोग मांग करते हैं. किसानों की जो बर्बादी हुई है उसका मुआवजे का भुगतान करवाया जाए.

इसे भी पढ़ें- यूपी: एटीएम की तर्ज पर मशीन से मिलेगा राशन, अन्नपूर्ति एटीएम मल्टीग्रेन मशीन की हुई शुरुआत

एक और किसान रजनीश यादव ने बताया कि अहले सुबह जो तेज आंधी और बारिश और ओलावृष्टि हुई है जिसमें फसलों का काफी नुकसान हुआ है. हमारे इलाके में गेहूं की फसल और मक्के की फसल बड़े पैमाने पर की जाती है जो पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. हम लोग विभाग से और सरकार से यह मांग करते हैं कि किसानों की जो बर्बादी हुई है उसका भुगतान करवाया जाए.

इसे भी पढ़ें- मुंबई के बॉर्डर पर रुकेगा किसानों का पैदल मार्च, सरकार को दिया चार दिन का अल्टीमेटम