पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में खराब मौसम की चेतावनी, बारिश के साथ ओलावृष्टि का भी अलर्ट

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में खराब मौसम की चेतावनी, बारिश के साथ ओलावृष्टि का भी अलर्ट

1 और 2 मार्च को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ काफी व्यापक हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 1 और 2 मार्च को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में छिटपुट हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है.

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पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में खराब मौसम की चेतावनी, बारिश के साथ ओलावृष्टि का भी अलर्ट देश के उत्तरी राज्यों में बारिश की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक विशेष बुलेटिन जारी कर चेतावनी दी है कि बारिश और बर्फबारी की तेज लहर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और दिल्ली जैसे उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को भी प्रभावित करेगी. खराब मौसम की स्थिति 29 फरवरी, 2024 की रात को शुरू होने और 3 मार्च तक जारी रहने की उम्मीद है, 1 और 2 मार्च को खराब मौसम का अनुमान लगाया गया है.

गंभीर मौसम की चेतावनी के पीछे पूर्वोत्तर ईरान से पैदा होने वाले चक्रवाती सर्कुलेशन को कारण बताया जाता है, जिसके अरब सागर से भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में उच्च स्तर की नमी खींचने का अनुमान है. आईएमडी ने तूफान, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ व्यापक वर्षा की भविष्यवाणी की है. भारी वर्षा, तीव्र बर्फबारी और संभावित ओलावृष्टि की छिटपुट घटनाएं भी संभावित हैं.

क्या कहा आईएमडी ने?

आईएमडी ने उत्तराखंड राज्य और भारत के उत्तरी क्षेत्र के अन्य अलग-अलग इलाकों में हाल ही में हुई हल्की से मध्यम वर्षा के बारे में बताया है, जो आने वाले दिनों में खराब मौसम की ओर इशारा है. अनुमान है कि ईरान के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के ऊपर से उत्पन्न एक चक्रवाती सर्कुलेशन के कारण अरब सागर से भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अधिक नमी आएगी. इसके चलते आईएमडी को गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ व्यापक वर्षा की आशंका है. इसके अतिरिक्त, संभावित ओलावृष्टि के साथ-साथ, आईएमडी की चेतावनियों के अनुसार कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा और बर्फबारी की घटनाओं का अनुमान लगाया गया है.

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एक चक्रवाती सर्कुलेशन के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ पूर्वोत्तर ईरान और उसके आसपास निचले से ऊपरी क्षोभमंडल स्तर तक स्थित है. 1 से 2 मार्च के दौरान अरब सागर से उत्तर पश्चिम भारत में उच्च नमी आने की भी संभावना है. इसके 29 फरवरी से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और 1 मार्च से 3 मार्च तक उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित करने की बहुत संभावना है, जिसकी तीव्रता 1 और 2 मार्च, 2024 को चरम पर होगी. इसके प्रभाव में 29 फरवरी से 3 मार्च की रात के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में गरज और बिजली के साथ हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है.

इन राज्यों में होगी बारिश

1 और 2 मार्च को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ काफी व्यापक हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 1 और 2 मार्च को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में छिटपुट हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 

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1 तारीख को जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा/बर्फबारी की संभावना है और 2 मार्च को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा/बर्फबारी की संभावना है. 1 और 2 मार्च को उत्तराखंड में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा/बर्फबारी की संभावना है.02 मार्च को पंजाब में छिटपुट भारी वर्षा हो सकती है. 1 और 2 मार्च को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है. 1 मार्च को राजस्थान में और 2 मार्च को हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में , 1 और 2 मार्च को उत्तर पश्चिम भारत में तेज़ सतही हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने की संभावना है.


 

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