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IMD Alert: हरियाणा के किसान हो जाएं सावधान... फसल कटाई से पहले पढ़ें ये खबर

IMD Alert: हरियाणा के किसान हो जाएं सावधान... फसल कटाई से पहले पढ़ें ये खबर

मौसम विभाग ने बारिश की स्थिति को देखते हुए हरियाणा के किसानों के लिए जरूरी सूचना जारी की है. लगातार मौसम में हो रहे बदलाव को देखते यह सूचना जारी की गई है. ऐसे में किसान अगर अपनी फसलों को बचना चाहते हैं तो पहले कर लें यह काम, नहीं होगा नुकसान.

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मौसम के हिसाब से किसानों के लिए जरूरी सूचना मौसम के हिसाब से किसानों के लिए जरूरी सूचना

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मौसम को लेकर अलर्ट जारी क‍िया है. व‍िशेषतौर पर IMD ने हर‍ियाणा के क‍िसानों के ल‍िए अलर्ट जारी क‍िया है, ज‍िसमें हर‍ियाणा के क‍िसानों को सावधान रहने की जरूरत है. असल में बीते सप्ताह भी बार‍िश और ओलावृष्ट‍ि से फसल खराब हुई है. ऐसे में आने वाले द‍िनों में बार‍िश का पूर्वानुमान जारी हुआ है, ज‍िसे देखते हुए IMD ने हर‍ियाणा के क‍िसानों के ल‍िए एडवाइजरी जारी की है. आइए जानते हैं क‍ि मौसम में क्या बदलाव होने वाला है और हर‍ियाणा के क‍िसानों के ल‍िए IMD ने क्या एडवाजरी जारी की है. 

गेहूं की फसल में ना करें स‍िंचाई 

मौसम व‍िभाग की तरफ से हर‍ियाणा के क‍िसानों को सलाह दी गई है क‍ि आने वाले द‍िनों में आंधी-बिजली के साथ ओलावृष्टि, तेज हवाएं चलने की संभावनाएं है. इसलिए इस अवधि के दौरान किसी भी फसल की सिंचाई या स्प्रे न करने की सलाह दी गई है. साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है क‍ि गेहूं की फसल का दाना पकने के करीब है. इस अवस्था में किसानों को सलाह दी जाती है कि वे गेहूं की फसल को गिरने से बचाने के लिए सिंचाई ना करें. खेतों से अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए उचित चैनल तैयार करें ताकि अगर बारिश का पानी खेतों में लग भी जाए तो वो आसानी से निकल सके. 

तिलहनी फसलों की खेती कर रहे किसानों के लिए जानकारी

मौसम व‍िभाग की तरफ से जारी एडवाइजारी में कहा गया है क‍ि जो क‍िसान तिलहनी फसलों की खेती कर रहे हैं, उन्हें मौसम साफ होने तक का इंतज़ार करने की सलाह दी गई है. जारी एडवाइजरी में कहा गया है क‍ि ऐसे  क‍िसान सरसों की कटाई मौसम साफ होने के बाद ही करें. साथ ही नुकसान से बचने के लिए कटी हुई तिलहनी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर जमा करने की सलाह भी क‍िसानों को दी गई है. 

जारी एडवाइजरी में कहा गया है क‍ि सरसों के पौधों में अगर एफिड्स का प्रकोप 40-50% तक पहुंच जाए, तो 40 ग्राम एक्टारा 25 डब्ल्यूजी या 400 मिली रोगोर 30 ईसी का छिड़काव करने की सलाह उन्हें दी गई है. साथ ही क‍िसानों को 600 मिली डर्सबन/कोरोबन 20EC 80-125 लीटर पानी में प्रति एकड़ मिलकर छिड़काव करने को भी कहा गया है.

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गन्ने की खेती कर रहे किसानों के लिए

बारिश और बादल छाए रहने की वजह से किसानों को यह सलाह दी जाती है कि वे सिंचाई को तत्कालीन रूप से रोक दें. मौसम साफ होने के बाद वह चाहें तो सिंचाई कर सकते हैं.

सब्जी की खेती कर रहे किसानों के लिए जरूरी सूचना

मौसम विभाग के मुताबिक नर्सरी में उगाई जाने वाली सब्जी जैसे मिर्च, बैंगन और खीरा को पॉलीथिन/प्लग ट्रे में खेत की स्थितियों के तहत संस्तुत पैकेज पद्धतियों का पालन करते हुए लगाएं. वहीं जारी एडवाइजरी में कहा गया है क‍ि भिंडी और लोबिया की सीधी बुवाई के लिए तथा खरबूजा, खीरा, करेला, कद्दू, लौकी, आदि की सीधी बुवाई के लिए भी यह सही समय है.

फल की खेती कर रहे किसानों के लिए जानकारी

  • बारिश और बादल छाए रहने की संभावना के कारण किसानों को सलाह दी जाती है कि वे सिंचाई को अस्थायी रूप से रोक दें.
  • विभिन्न फलों के पौधों में रस चूसने वाले कीटों को रोकने के लिए नियमित निगरानी के साथ रोकथाम करना जरूरी है.
  • साइट्रस साइला को नियंत्रित करने के लिए, 200 मिली क्रोकोडाइल/कॉन्फिडोर 17.8 एसएल या 160 ग्राम एक्टारा/डोटारा 25 डब्ल्यूजी या 6.25 लीटर का छिड़काव करें.
  • साइट्रस में स्प्रिंग फ्लश के आधार पर 500 लीटर पानी प्रति एकड़ में मैक एचएमओ.
  • इस अवधि में नीबू, आम, अमरूद, लोकाट, बेर आदि सदाबहार फलों के पौधे भी लगाए जा सकते हैं.