26 May 2025
By: KisanTak.in
ब्लैक वाटर का pH स्तर 8+ होता है, जो इसे क्षारीय बनाता है. माना जाता है कि यह शरीर की एसिडिटी को कम करता है और बैलेंस बनाए रखता है
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इस पानी में Fulvic Acid होता है, जो मिट्टी और पौधों से मिलने वाला एक मिनरल है. यह डिटॉक्स में मदद करता है और ब्लैक कलर भी इसी से आता है
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ब्लैक वाटर में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सिलिका जैसे ट्रेस मिनरल्स मौजूद होते हैं जो इम्यूनिटी और हाइड्रेशन में मदद करते हैं
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यह शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है, जिससे सेल डैमेज कम होता है और ऐजिंग स्लो होती है
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ब्लैक वाटर को डिटॉक्स वॉटर भी कहा जाता है क्योंकि यह टॉक्सिन्स बाहर निकालने में सहायक माना जाता है
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कई लोगों का दावा है कि ब्लैक वाटर शरीर को सामान्य पानी से जल्दी और बेहतर तरीके से हाइड्रेट करता है, खासकर वर्कआउट के बाद
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ब्लैक वाटर को कई बॉलीवुड और फिटनेस सेलेब्स प्रमोट करते हैं, जिससे इसकी मार्केट वैल्यू और डिमांड बढ़ जाती है
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यह पानी विशेष तकनीकों से तैयार किया जाता है और हाई-एंड पैकेजिंग के साथ बेचा जाता है, जिससे इसकी कीमत बढ़ जाती है
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अब यह सिर्फ पानी नहीं, बल्कि एक लग्जरी, लाइफस्टाइल उत्पाद की तरह पेश किया जा रहा है. यही वजह है कि लोग इसके लिए ज्यादा पैसे देने को तैयार रहते हैं
नोट: खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है...
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