07 June 2025
By: KisanTak.in
हर 12 से 18 महीने में एक बार गमलों की मिट्टी बदल देनी चाहिए. आमतौर पर 1 से 1.5 साल में गमले की मिट्टी अपनी ताकत खो देती है
Credit: pinterest
अगर मिट्टी बहुत सख्त हो गई हो, पानी सोखना बंद कर दे, या उसमें फफूंदी/कीड़े लग जाएं तो उसे जरूर बदलें. छोटे पौधों में केवल ऊपरी 2–3 इंच मिट्टी बदलना काफी
Credit: pinterest
मिट्टी बदलने के लिए बसंत (मार्च–अप्रैल) या सर्दी का अंत (जनवरी–फरवरी) सबसे अच्छा समय है. बहुत गर्मी या सर्दी में मिट्टी न बदलें
Credit: pinterest
पौधे को गमले से सावधानी से निकालें ताकि जड़ें न टूटें. जड़ों से चिपकी हुई पुरानी मिट्टी को हल्के हाथ से झाड़ें, लेकिन पूरी न हटाएं
Credit: pinterest
अच्छी मिट्टी के लिए 50% बागवानी मिट्टी, 25% गोबर या कम्पोस्ट खाद और 25% रेत या कोकोपीट मिलाएं. थोड़ी बहुत नीम खली या बोनमील भी डाल सकते हैं
मिट्टी डालने से पहले गमले को अच्छे से धो लें. अगर फफूंदी या सफेद पाउडर दिखे तो उसे स्क्रब से साफ करें
Credit: pinterest
ड्रेनेज के लिए गमले में सबसे नीचे थोड़ी बजरी या ईंट के टुकड़े डालें. फिर नई मिट्टी भरें और पौधे को बीच में लगाएं
Credit: pinterest
अब नई मिट्टी के बाद गमले को तुरंत तेज धूप में न रखें. 4–5 दिन छांव में रखें ताकि जड़ें अच्छे से सेट हो जाएं.
Credit: pinterest
अगर पूरी मिट्टी नहीं बदल पा रहे, तो ऊपरी 2 इंच मिट्टी हटाकर नई खादयुक्त मिट्टी डालते रहें. इससे पौधा हेल्दी बना रहता है
नोट: खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है...
Credit: pinterest