30 May 2025
By: KisanTak.in
गर्मियों के लिए अर्ली मैच्योरिंग और हीट टॉलरेंट वैरायटी चुनें, जैसे- अर्किल, काशी नंदिनी या VL-7 जो कुछ क्षेत्रों में उपलब्ध होती है. इसके लिए बीज दुकान या कृषि केंद्र से जानकारी लें
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गर्मी में मटर शाम के समय लगाएं ताकि तेज धूप से बचाव हो सके. गार्डन का ऐसा हिस्सा चुनें जहां सुबह की धूप तो मिले लेकिन दोपहर की सीधी धूप न पड़े
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मटर के लिए दोमट या रेतीली मिट्टी सबसे बेहतर होती है. मिट्टी को 8–10 इंच गहराई तक खोदकर गोबर की खाद और कम्पोस्ट मिलाएं
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मटर का बीज बोने से पहले 10-12 घंटे पानी में भिगो दें. फिर इसे 1-2 घंटे सूखाकर जैविक फंगीसाइड (जैसे ट्राइकोडर्मा) से उपचार करें, ताकि रोग न लगें
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बीज को 1 से 1.5 इंच गहराई पर बोएं और 2–3 इंच की दूरी पर रखें. बीज की कतारों के बीच 1 फुट का अंतर रखें
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बीज बोने के बाद हल्की सिंचाई करें. गर्मी में हर 2–3 दिन पर हल्की सिंचाई जरूरी है, पर ज्यादा पानी से बचें
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तेज धूप से बचाने के लिए पौधों के पास घास, पत्तियों या गीली मिट्टी से मल्चिंग करें. नेट या कपड़े की छाया भी बना सकते हैं
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गर्मियों में पत्तियों में जलन, माइट्स और एफिड्स की संभावना रहती है. इसके लिए नीम का अर्क या घरेलू कीटनाशक (लहसुन + मिर्च + पानी का स्प्रे) का उपयोग करें
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गार्डन में मटर का बीज बोने के 50–70 दिन में फली तैयार हो जाती है. जब फलियां हरी और बीज हल्के मोटे हो जाएं, तभी तोड़ें
नोट: खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है...
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