कम पानी और ज्यादा पैदावार, धान रोपाई के लिए समझें श्री विधि

22 June 2025

By: KisanTak.in

पहले से तैयार पौध का रोपण कर धान की खेती करना है तो कृषि वै‍ज्ञानिकों की सुझाई मेडागास्‍कर विधि S.R.I. (श्री विध‍ि) को अपना सकते हैं

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S.R.I. विधि

कृषि‍ वैज्ञानिकों के मुताबिक, श्री विधि‍ से धान की रोपाई में कम पानी, कम बीज लगते है और खरपतवार की समस्‍या भी नहीं आती

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कम पानी और लागत

इतना ही नहीं श्री विध‍ि से धान की रोपाई करने पर किसानों को उत्पादन भी बढ़‍िया मिलता है और अच्छी कमाई होती है

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बढ़िया उत्पादन

एक्‍सपर्ट की मानें तो परंपरागत विधि से धान की रोपाई से प्रति हेक्टेयर 20 से 25 क्विंटल धान की पैदावार हासिल होती है

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परंपरागत विधि

लेकिन वहीं, श्री विधि से धान की रोपाई से प्रति हेक्टेयर 35 से 50 क्विंटल धान की पैदावार संभव है

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श्री विधि पैदावार

कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, श्री विधि से रोपाई के लिए प्रति हेक्टेयर मात्र 6-8 किलो बीज की जरूरत पड़ती है

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सिर्फ इतना बीज

श्री विधि से रोपाई के लिए नर्सरी तैयार करने में खास तरह की प्लेट या पॉलीथीन की जरूरत होती है. नर्सरी के लिए भुरभुरी मिट्टी और राख बेहद जरूरी हैं

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नर्सरी की टिप्स

10 मीटर लंबी और 5 से.मी. ऊंची क्यारी बनाकर 50 किलो नाडेप या गोबर की खाद मिलाकर बीजों को बोएं

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कैसे करें तैयार

ज्‍यादातर क्षेत्रों में किसान रोपा विध‍ि या पारंप‍रिक विध‍ि से धान की रोपाई करते हैं. लेकिन, श्री विध‍ि से धान की खेती ज्‍यादा फायदेमंद है

नोट: खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है...

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ज्यादा फायदेमंद