13 June 2025
By: KisanTak.in
बारिश से पहले या पहली बारिश के तुरंत बाद खेत की गहरी जुताई कर लें ताकि मिट्टी की नमी बनी रहे और खरपतवार न पनपें
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मिट्टी में कौन-से पोषक तत्व कम हैं, इसका पता चलने पर खाद और उर्वरक सही मात्रा में डाले जा सकते हैं
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जून में गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या सड़ी हुई खाद को मिट्टी में मिला दें ताकि जमीन उपजाऊ बन सके
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खरीफ की फसल (जैसे धान, मक्का, बाजरा, सोयाबीन, कपास) के लिए अच्छे किस्म के बीज चुनें और उन्हें फफूंदनाशक और कीटनाशक से ट्रीट करें
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बारिश का पानी खेत में न रुके, इसके लिए नालियों की व्यवस्था पहले से कर लें. इससे फसल गलने से बचेगी
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पंप, पाइपलाइन, बोरवेल, नहर या टैंक की जांच करें और जो कुछ टूटा-फूटा है, उसे जून खत्म होने से पहले दुरुस्त कर लें
धान की रोपाई 17 जून से शुरू की जा सकती है, खासकर कम और मध्यम अवधि वाली बौनी किस्मों के लिए
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अगर आप इस बार मक्का की बुवाई करना चाहते हैं, तो 25 जून तक इसकी भी बुवाई पूरी कर लें
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जून महीने में खीरा, लौकी, करेला, तोरी, ककड़ी और टिंडा जैसे सब्जियों की बुवाई कर सकते हैं
नोट: खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है...
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