करौंदा सूखी, बंजर, रेतीली या पथरीली, किसी भी तरह की जमीन में लग जाता है
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जहां एक ओर करौंदा खेत की दूसरी फसलों को जानवरों और अन्य रोगों से बचाता है
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वहीं किसान इसके फल बेचकर अलग से मुनाफा भी कमा सकते हैं
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करौंदा के पौधों की रोपाई जुलाई-अगस्त और फरवरी-मार्च में की जा सकती है
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करौंदे को बाड़ के रूप में लगाना है तो इसके पौधों के बीच 1 मीटर दूरी रखें
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बगीचा लगाने के लिए 3x3 या 4x4 मीटर की दूरी पर 60x60x60 सेमी के गढ्ढे खोदें
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अब 15 किलो गोबर की खाद में 50 ग्राम मिथाइलपैराथियान 2 प्रतिशत चूर्ण मिलाएं
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इस मिश्रण को इन गढ्ढों में भरकर आसपास की मिट्टी को अच्छी तरह से मिलाकर दबा दें
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इन गड्ढो में हल्की सिंचाई भी कर दें. इसके 15 दिन बाद करौंदे का पौधा रोपण करें
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नोट: ये खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है