बकरी पालन का काम किसानों को थोड़ी सी लागत में बड़ा मुनाफा देता है
Credit: pinterest
इसलिए भारत में भी अब कई सारी विदेशी नस्ल की बकरियां पाली जाने लगी हैं
Credit: pinterest
लिहाजा आज हम आपको ऐसी ही दो विदेशी नस्लों के बारे में बता रहे हैं
Credit: pinterest
इसमें पहली नस्ल एंग्लो नूबियन बकरी है. ये बकरी आमतौर पर यूरोप के देशों में होती है
Credit: pinterest
एंग्लो नूबियन नस्ल की बकरी मांस और दूध, दोनों के लिए ही पाली जाती है
Credit: pinterest
एंग्लो नूबियन बकरी रोजाना 3 से 5 लीटर दूध देती है
Credit: pinterest
इसी तरह टोगेनबर्ग नस्ल की बकरी भी दूध और मांस के लिए बेस्ट है
Credit: pinterest
टोगेनबर्ग नस्ल की बकरी मूल रूप से स्विट्जरलैंड में पाई जाती है
Credit: pinterest
टोगेनबर्ग बकरी औसतन 4 से 4.5 लीटर दूध रोजाना देती है
Credit: pinterest
नोट: ये खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है