⁠पशुओं में गलाघोंटू रोग से होने वाले नुकसान और बचाव जानिए

18 May 2025

By: KisanTak.in

बरसात का मौसम जहां खेती के लिहाज से अच्छा है वहीं इस मौसम में कई बीमारियां भी होती हैं

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मॉनसून की शुरुआत

आपको बता दें कि बरसात के महीने में पशुओं में कई तरह की संक्रमित बीमारियां भी होती हैं

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बारिश में संक्रमण

आपको बता दें कि इन दिनों अधिकांश पशुओं में गलाघोंटू नाम की संक्रमित बीमारी हो जाती है

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बारिश में गलाघोंटू

गलाघोंटू बीमारी से पशुओं में तेज बुखार होता है जो 105-107 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच सकता है

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पशुओं में तेज बुखार

गलाघोंटू की वजह से पशुओं में सांस लेने में तकलीफ होती है, लार बहुत आता है और भूख प्यास में कमी आती है

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सांस लेने में तकलीफ

इस बीमारी से बचाने के लिए साफ-सफाई बहुत जरूरी है, पशुओं के बाड़े में किसी तरह की गंदगी नहीं होनी चाहिए

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सफाई जरूरी है

गलाघोंटू संक्रमण से जूझ रहे पशुओं को स्वस्थ पशुओं के साथ ना बांधें, इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है

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उड़द की खेती

अगर किसी बाड़े में गलाघोंटू के संक्रमण से पशु मरा है तो कीटनाशकों का छिड़काव जरूर कराएं

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कीटनाशकों का छिड़काव

बारिश से पहले पशु चिकित्सकों से मिलकर गलाघोंटू बीमारी का टीकाकरण कराना भी जरूरी है

नोट: खबर केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है...

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टीकाकरण जरूरी