scorecardresearch
Kurukshetra: किसानों ने सूरजमुखी की खरीद में देरी का किया विरोध, जल्द खरीदारी की मांग 

Kurukshetra: किसानों ने सूरजमुखी की खरीद में देरी का किया विरोध, जल्द खरीदारी की मांग 

हैफेड 6,400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 1 जून से सूरजमुखी की खरीद कर सकता है. इस बीच, भारतीय किसान यूनियन (चरूनी) ने शाहबाद अनाज मंडी में विरोध प्रदर्शन कर एक जून की बजाय 25 मई से खरीद शुरू करने की मांग की है.

advertisement
किसानों ने सूरजमुखी की खरीद में देरी का किया विरोध, सांकेतिक फोटो किसानों ने सूरजमुखी की खरीद में देरी का किया विरोध, सांकेतिक फोटो

सरकारी एजेंसियों द्वारा सूरजमुखी के बीज की खरीद की मांग को लेकर सैकड़ों किसानों ने बीते दिन शाहबाद अनाज मंडी में विरोध प्रदर्शन किया. भारतीय किसान यूनियन (चरूनी) के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए उन्होंने सरकार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के नाम पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया. सरकार ने सूरजमुखी का एमएसपी 6,400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था, लेकिन किसानों का आरोप है कि सरकारी एजेंसियों ने अभी तक खरीद शुरू नहीं की, हालांकि फसल की कटाई शुरू हो चुकी है.

भाकियू नेता राकेश बैंस ने सरकार से सरकारी एजेंसियों द्वारा तत्काल खरीद शुरू करने की मांग की. उन्होंने आगे कहा, “फसल के तहत क्षेत्र में वृद्धि हुई है और उपज भी अच्छी है. लेकिन सरकारी एजेंसियां एक जून की बजाय 25 मई से खरीद शुरू करें और राज्य के सूरजमुखी की बुआई वाले क्षेत्रों की सभी मंडियों में भी खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए.”

देरी से खरीदारी पर होने पर लागत में हो रही वृद्धि 

ट्रिब्यून इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अंबाला छावनी अनाज मंडी पहुंचे शाहपुर गांव के किसान कृपाल सिंह ने कहा, "मैंने 12 एकड़ में सूरजमुखी की खेती की है. मैंने आज 2 एकड़ क्षेत्र से फसल की कटाई की, लेकिन साफ करवाकर वापस ले आया, क्योंकि सरकारी खरीद अभी शुरू नहीं हुई है. खरीद शुरू होने पर मैं अपनी उपज को फिर से बाजार ले जाऊंगा, लेकिन इससे मजदूरी और परिवहन लागत बढ़ जाएगी. पिछले साल, मैंने उपज को निजी खरीदारों को लगभग 6,700 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचा था. इस साल, मैं इसे सरकारी एजेंसी को बेचूंगा."

इसे भी पढ़ें- Millets Special: जड़ों की ओर लौटते लोग, राबड़ी दिवस मनाकर मोटे अनाज को कर रहे प्रमोट 

शाहाबाद के सूरजमुखी किसान राकेश बैंस ने कहा, "एक सप्ताह के भीतर उपज की आवक बढ़ जाएगी. सरकार को खरीद शुरू कर देनी चाहिए ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए लंबा इंतजार न करना पड़े. इस साल किसान बंपर फसल की उम्मीद कर रहे हैं, इसलिए सरकार को खरीद केंद्रों को भी बढ़ाना चाहिए."

एक जून से हो सकती है खरीदारी 

वहीं उप निदेशक (कृषि), कुरुक्षेत्र, डॉ प्रदीप मील ने कहा, "पिछले साल 16,000 एकड़ के मुकाबले इस साल लगभग 26,000 एकड़ रकबे में सूरजमुखी की खेती हुई है. मौसम अनुकूल बना हुआ है और फसल अच्छी लग रही है. जिले के किसान तिलहनी फसलों में रुचि दिखा रहे हैं." गौरतलब है कि हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन संघ लिमिटेड, जिसे हैफेड के नाम से जाना जाता है, के 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी (MSP) पर 1 जून से खरीद शुरू करने के लिए बाजार में उतरने की उम्मीद है.

इसे भी पढ़ें- Monsoon Updates: मॉनसून पर नहीं होगा अल-नीनो का असर, IMD के चीफ ने दी पूरी जानकारी