केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र में किसानों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. अपनी मांगों को लेकर किसानों ने जिले के भेरूंदा में मशाल जुलूस निकाला. किसान स्वराज संगठन के नेतृत्व में निकाले गए मशाल जुलूस में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए और सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. मशाल जुलूस निकालने के दौरान किसानों के जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. जानकारी के अनुसार केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र में किसानों का लगातार विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है.
सभी किसान सोयाबीन का दाम 6000 किए जाने के साथ ही विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिले के भेरूंदा में किसान स्वराज संगठन के नेतृत्व में सोमवार की शाम को किसानों के द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया. यह जुलूस भेरूंदा के प्रमुख सड़कों से होकर गुजरा. जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए. कृषि उपज मंडी से शुरू हुए इस मशाल जुलूस में किसान हाथों में मशाल लेकर नजर आए और जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
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किसान स्वराज संगठन के नेतृत्व में कृषि उपज मंडी से शुरू हुआ किसानों का मशाल जुलूस दुर्गा मंदिर चौराहे तक पहुंचा, जहां उन्होंने शहीद स्मारक पर कैंडल जलाकर नारेबाजी करते हुए सरकार से फसल के दामों में बढ़ोत्तरी की मांग की. बता दें कि विरोध कर रहे किसानों कि प्रमुख मांग सोयाबीन की कीमत छह हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की है. साथ ही किसान गेहूं की कीमत तीन हजार प्रति क्विंटल और मक्का की कीमत पच्चीस सौ रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं. किसान संघ ने कहा कि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुई तो वह बड़ा प्रदर्शन भोपाल में करेंगे.
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बता दें की सोयाबीन की एमएसपी की मांग समेत अन्य कई मांगों को लेकर प्रदेश के कई जिलों के किसान पिछले एक महीने ने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान किसान नेता विरोध के अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. कटनी में एक किसान नेता नेता ने अपने हाथ और पैरों में लोहे की बेड़ियां डालकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि सरकार किसानों की आय दोगुना करने का वादा करती है. पर आज वो किसानों की बात तक सुनने को तैयार नहीं है. सरकार पूंजीपतियों के हितों के अनुसार फैसले ले रही है.
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