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World Environment Day: खेती का ये तरीका पर्यावरण के लिए भी है वरदान, क्या इसके बारे में जानते हैं आप

World Environment Day: खेती का ये तरीका पर्यावरण के लिए भी है वरदान, क्या इसके बारे में जानते हैं आप

World Environment day: गांव की हरियाली पूरी तरह किसानों पर निर्भर है, ऐसे में पर्यावरण की बेहतरी और मिट्टी की सेहत को बनाए रखने के लिए किसानों को खेती में ये तरीका अपनाना चाहिए. ये तरीका पर्यावरण के लिए वरदान साबित हो सकता है.

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खेती का ये तरीका पर्यावरण के लिए भी है वरदान, (सांकेतिक तस्वीर) खेती का ये तरीका पर्यावरण के लिए भी है वरदान, (सांकेतिक तस्वीर)

आज दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य है लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करना. पर्यावरण संरक्षण के लिए बहुत जरूरी है कि हर व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभाए. ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना, पॉल्युशन कम करना ये पर्यावरण संरक्षण के कुछ तरीके हैं. अब अगर आप ये सोच रहे हैं कि एक किसान तो खेती करता ही है वह पर्यावरण संरक्षण में कैसे अपना रोल अदा कर सकता है. तो इसका भी एक तरीका है. यह तरीका है जैविक खेती. जैविक खेती करके किसान भी पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सकते हैं.  जानिए क्या होती है जैविक खेती और क्या हैं इसके फायदे-

जैविक खेती है पर्यावरण के लिए वरदान

देश के अन्नदाताओं को खेत-खलिहानों को स्वस्थ रखने और मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने के लिए जैविक खेती की सलाह दी जाती है. वहीं देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी लगातार प्रयासरत है. जैविक खेती के तहत मिट्टी को पोषण प्रदान करने के लिए जैव अपशिष्टों से बनी खाद का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें खेतों में बचा हुआ पौधे का कचरा सहित पशुओं का गोबर और मूत्र से बनी जैविक खाद, केंचुआ कंपोस्ट खाद आदि शामिल होता है. इससे पर्यावरण को तो फायदा पहुंचता ही है, वहीं खेत की मिट्टी की सेहत में भी काफी सुधार होता है.

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जैविक खेती से पशुपालन को मिलता है बढ़ावा

जैविक खेती से पशुपालन को भी बढ़ावा मिलता है. जैविक खेती और पशुपालन आपस में जुड़े हुए हैं. जहां खेतों में प्रयोग होने वाली जैविक खाद में पशुओं का गोबर और मूत्र जरूरी होता है, तो वहीं पशुओं के आहार के रूप में खेतों से तैयार किया हुआ हरा चारा मिल जाता है. ऐसे में खेती के साथ पशुपालन करके किसान जैविक खाद पर होने वाले खर्च को भी कम कर सकता है और पशुओं से प्राप्त दूध से अतिरिक्त आमदनी भी प्राप्त कर सकता है.

जैविक खेती से होने वाले फायदे

जैविक खेती करने के कई फायदे हैं. जैविक खेती करने से जहां किसानों की उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. वहीं इसकी खेती करने वाले किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा भी होता है. इसकी खेती में जैविक खाद का प्रयोग होने से यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. वहीं यह पर्यावरण के लिए भी काफी बेहतर होता है. जैविक खेती के लिए पानी का भी कम इस्तेमाल किया जाता है.