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Mango Pickle: पहली बार कब पड़ा था आम का अचार, रेसिपी के साथ ले लीजिए इतिहास का भी स्वाद

Mango Pickle: पहली बार कब पड़ा था आम का अचार, रेसिपी के साथ ले लीजिए इतिहास का भी स्वाद

आम के अचार की भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में डिमांड है. इसके खट्टे-मीठे स्वाद के कारण इसकी लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में अचार के स्वाद से ज्यादा दिलचस्प इसका इतिहास है. तो आइए जानते हैं क्या है इसकी दिलचस्प कहानी.

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Mango Pickle: क्या है आम के अचार का इतिहास? Mango Pickle: क्या है आम के अचार का इतिहास?

भारतीय लोग न केवल खाने के शौकीन होते हैं बल्कि उनमें खाना पकाने की कला भी होती है. यहां कई तरह के व्यंजन बनाए और खाए जाते हैं. ऐसे में इन व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए अक्सर अचार या चटनी का इस्तेमाल किया जाता है. खाना कोई भी हो अचार का काम खाने का स्वाद बढ़ाना होता है. इसलिए लोग अचार के दीवाने हो जाते हैं. गर्मी के मौसम में कई तरह के अचार खाए और बनाए जाते हैं, मगर सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है आम का अचार. लेकिन क्या आपको पता है कि पहली बार कब और कैसे पड़ा था आम का अचार? सोचिए - सोचिए.... और अगर जवाब नहीं मिल पा रहा है तो पढ़िए ये पूरी कहानी-

आम का इतिहास

आम का इतिहास हजारों साल पुराना है. आंकड़ों की मानें तो लगभग 4 हजार साल पुराना. बताया जाता है कि आम का अचार डालने की शुरुआत उस जद्दोजहद से हुई जब लोगों ने आम को लंबे समय तक सुरक्षित रखने की  तकनीक सोची. कह सकते हैं कि आम की शेल्फ लाइफ बढ़ाने का सबसे अच्छा और आसान तरीका था आम का अचार बना लेना. इस तरीके से लोग पूरे साल आम का स्वाद ले सकते थे. 

ऐसे बनता था आम का अचार


शुरुआत में आम का अचार बनाने की रेसिपी बहुत आसान थी. इसमें कच्चे आम को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर इसमें नमक, मिर्च, हल्दी, जीरा, सरसों, मेथी मिलाई जाती थी. इसके बाद कई दिन तक इस मिश्रण को धूप में सुखाया जाता था और फिर कांच के जार में भरकर सुरक्षित रख लिया जाता था. इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में आम का अचार अलग-अलग तरीकों से डाला जाने लगा. मसलन दक्षिण भारत में आम का अचार नारियल तेल के साथ बनाया जाता है, जबकि उत्तर भारत में सरसों के तेल के साथ. 

मुगल थे भारतीय अचार के दीवाने

कहा जाता है कि मुगल जब भारत पर राज करने आए तो उन्होंने भी अचार का स्वाद चखा और इसके स्वाद के दीवाने हो गए. जिस वजह से भारतीय अचार की रेसिपी ना सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में फेमस है. काली मिर्च की तरह अचार को भी भारत से बाहर ले जाया जाने लगा. जिस वजह से भारत में बने अचार की मांग बढ़ने लगी. 

क्या हैं अचार खाने के फायदे

विटामिन सी की कमी को दूर करता है आम का अचार: हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार, आम में सेब, केला, नींबू और संतरे की तुलना में अधिक विटामिन सी होता है. विटामिन सी की वजह से आम का अचार खून की गंदगी को साफ करता है. ऐसे में आम का अचार सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. 

डिहाइड्रेशन से बचाता है: आम का अचार खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. आम का अचार आपके मुह में अधिक लार बनाता है जिससे आपकी  प्यास बुझती है. 

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गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर का इलाज करता है आम का अचार: पर्याप्त मात्रा में अचार का सेवन करने पर यह उचित आंतों के समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है.

एनर्जी बूस्टर है अचार: अगर आप लंच के अंत में आम का अचार खाते हैं तो यह आपको भरपूर एनर्जी देता है और दोपहर की उनींदापन से आपको उबारता है.

गर्मियों में घमौरियों को दूर करता है अचार: इसमें ढेर सारे गुण होते हैं जो आपको सन स्ट्रोक से बचाते हैं. गर्मियों में हीट स्ट्रोक से खुद को बचाने के लिए आप खाने में एक टाइम अचार का सेवन अवश्य करे.

कैसे बनता है स्वादिष्ट अचार

  • अचार बनाने के लिए सबसे पहले आम ले लें और उन्हें पानी से अच्छे से धो लें. इससे आम में लगी धूल-मिट्टी हट जाएगी.
  • फिर आम को छोटे या बड़े टुकरों में काट लें. आम का टुकड़ा कितना बड़ा या छोटा करना है यह आप खुद से तय कर लें.  
  • आम को काटने के बाद इसमें पीसे हुए मसाले जैसे मेथी, राई, सौंफ अजवाइन, जीरा और धनिया मिला लें.  
  • साथ ही इसमें स्वादानुसार नमक और तेल मिला दें
  • अब अचार को कांच के जार में डाल दें और जार को 2-3 दिन के लिए धूप में रख दें. इससे आपका अचार धूप में अच्छी तरह से पक जाएगा और खाने के लिए बिल्कुल तैयार हो जाएगा.