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पूरे देश में पर्यावरण दिवस मनाया गया, मिशन लाइफ को लेकर 7 विषयों के प्रति जागरूक किया गया

पूरे देश में पर्यावरण दिवस मनाया गया, मिशन लाइफ को लेकर 7 विषयों के प्रति जागरूक किया गया

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मिशन लाइफ पर बल देने के साथ 5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया. लाइफ की अवधारणा, यानी पर्यावरण के लिए जीवन शैली, को प्रधानमंत्री ने सीओपी 26 में ग्लासगो में विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किया था,

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देश के विभिन्न संस्थानों में पर्यावरण दिवस मनाया गया देश के विभिन्न संस्थानों में पर्यावरण दिवस मनाया गया

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मिशन लाइफ पर बल देने के साथ 5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया. लाइफ की अवधारणा,यानी पर्यावरण के लिए जीवन शैली, को प्रधानमंत्री ने सीओपी 26 में ग्लासगो में विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किया था, जब उन्होंने पर्यावरण केअनुकूल जीवन शैली और व्यवहारों को अपनाने के लिए एक वैश्विक प्रयास को फिर से जागृत करने का आह्वान किया था.पूरे देश में पर्यावरण दिवस मनाया गया, मिशन लाइफ को  लेकर 7 विषयों से प्रति जागरूक किया गया.

पर्यावरण दिवस पर लोगों को 7 विषयों में  जागरूक किया गया

मिशन लाइफ के एक भाग के रूप में, 75 विशिष्‍ट लाइफ कार्यों की एक व्यापक और गैर-संपूर्ण सूची की पहचान 7 विषयों में की गई है  जल बचत, ऊर्जा बचत, कचरे को कम करना, ई-कचरे को कम करना, एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक में कटौती, टिकाऊ खाद्य प्रणालियों को अपनाना और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना. इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस का विषय "प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान है, यह एक विषय है जो मिशन लाइफ के 7 विषयों में से एक के साथ संरेखित है: "एकल-उपयोग प्लास्टिक को ना कहना" और कई लाइफ कार्यों के कार्यान्वयन से भी जुड़ा हुआ है.

प्रधानमंत्री ने संदेश दिया, प्लास्टिक को ना कहें

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया. सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने रेखांकित किया कि भारत ने पहले ही दो चरणों में प्लास्टिक प्रदूषण के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं - एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध और अनिवार्य प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण. जोर दिया इसके साथ देश के कृषि जुडे सस्थानो ने  अपने पर्यावरण दिवस पर लोगो में जागरूकता फैलाने के लिए पर्यावरण दिवस मनाया गया.

 आईसीएआर- आरसीईआर में मना पर्यावरण दिवस

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में मिशन लाइफ के तहत संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास की अगुवाई में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया | इस अवसर पर डॉ. दास ने संस्थान मुख्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरा विश्व 50वां पर्यावरण दिवस मना रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाना एवं प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए प्रभावी कदम उठाना है | उन्होंने संस्थान के कर्मचारियों के साथ-साथ युवाओं एवं बच्चों,जो हमारे देश की भावी पीढ़ी हैं, को भी वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाने के लिए प्रोत्साहित किया . इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. अमिताभ डे, डॉ. कमल शर्मा, डॉ. मोनोब्रुल्लाह, डॉ. बिकाश सरकार, डॉ. पी.सी. चंद्रन, डॉ. अभिषेक कुमार के साथ-साथ संस्थान के अन्य कर्मचारियों एवं बच्चों ने भी भाग लिया | इस अवसर पर संस्थान द्वारा नौबतपुर प्रखंड के सिमरा गाँव में भी वृक्षारोपण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 50 किसानों ने भाग लिया|

लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया

बीकानेर पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर एवं डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा रैली निकाल कर जन-जन को पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया. वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने हरी झंड़ी दिखाकर पर्यावरण सुरक्षा जागरूकता रैली को रवाना किया. प्रो. गर्ग ने विद्यार्थियों एवं फैकल्टी सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हम सब का प्रथम कर्तव्य है पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु हमें, जीव-जन्तु, वनस्पति एवं वातावरण सभी को सुरक्षित एवं संतुलित रखना होगा

कचरे को करें रीसायकल  

डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में पर्यावरण दिवस समारोह के दौरान मुख्य अतिथि रहे नगर निगम सोलन के आयुक्त जफर इकबाल ने सोमवार को विश्वविद्यालय में ये विचार व्यक्त किए पर्यावरण संरक्षण के लिए सहयोगपूर्ण दीर्घकालीन प्रयासों की आवश्यकता है और पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाने से इस लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी मदद मिलेगी.. यह आयोजन लाइफस्टाइल फॉर द एनवायरनमेंट (LiFE) मिशन का हिस्सा था,  इस ने सभी से समाधान का हिस्सा बनने और अपने घरों से कार्यालय तक ‘रीदूस, रीसायकल और पुन: उपयोग' के मंत्र को लागू करने का आग्रह किया. उन्होंने पर्यावरण के प्रति जागरूक मानसिकता विकसित करने और योग और ध्यान को उचित कार्य-जीवन संतुलन बनाने के रूप में अपनाने का भी आह्वान किया.  विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ संजीव चौहान ने भी छात्रों और कर्मचारियों से सिंगल यूज प्लास्टिक पर निर्भरता कम करने और स्थायी विकल्प खोजने का आग्रह किया.

एक पेड़ 100 पुत्र के बराबर 

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, कोटवा, आजमगढ़ के प्रभारी अधिकारी प्रोफेसर डी के सिंह के नेतृत्व में  विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मेरी लाइफ कार्यक्रम की  अध्यक्षता कर रहे श्री अरुणाकर सिंह (जिला संयोजक भाजपा) लालगंज ने सभी ग्राम वासियों एवं वहां पर उपस्थित जनों से आग्रह किया कि अपने जीवन में पौधे जरूर लगाएं. कृषि विज्ञान केंद्र से वैज्ञानिक डॉ० रुद्र प्रताप सिंह, डॉ० रणधीर नायक, डॉ० अर्चना देवी और  डॉ० विजय कुमार विमल ने अपनी जीवन शैली में पर्यावरण के महत्व पर चर्चा की. कार्यक्रम के प्रारम्भ में डॉ रणधीर नायक ने बताया कि एक पेड़ 100 पुत्र के बराबर होता है वह हमारी जीवन भर निशुल्क सेवा करता है . अपने जीवन शैली में बदलाव लाने , पानी को संरक्षित करना होगा, अपने पर्यावरण को बचाना होगा,