कपास सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसलों में से एक है. कपास की खेती करने में अधिक परिश्रम की आवश्यकता होती है. इसका उपयोग कपड़े बनाने में किया जाता है, इसमें रूई से बीजों को साफ कर रूई का उपयोग कपड़े बनाने के लिए किया जाता है. वहीं इसके बीजों से तेल निकाला जाता है. तेल निकालने के बाद बीजों का जो हिस्सा बचता है, उसे पशुओं के खाने में इस्तेमाल किया जाता है. कपास गर्म जलवायु में बढ़ती है. विश्व की 20% कपास की खपत भारत में होती है. साथ ही कपास की खेती कई जगह होने के कारण बाजार में इसकी कई किस्में देखने को मिल जाती हैं, इसे सफेद सोना भी कहा जाता है.
कपास उत्पादन के मामले में महाराष्ट्र भारत के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है. वहीं भारत के मात्र पांच राज्य मिलकर कुल 80 प्रतिशत कपास का उत्पादन करते हैं. आइए जानते हैं कि कपास उत्पादन के मामले में देश के वो टॉप पांच राज्य कौन-कौन से हैं और कितना उत्पादन करते हैं.
कपास का उत्पादन लगभग देश के सभी राज्यों में किया जाता है. लेकिन, देश के पांच राज्य ऐसे हैं जहां 80 प्रतिशत कपास का उत्पादन होता है. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर वेलफेयर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वे टॉप पांच राज्य, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान और कर्नाटक हैं.
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कपास उत्पादन के मामले में महाराष्ट्र देश के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है. इससे पहले गुजरात इस मामले में सबसे आगे था. यहां की जलवायु और मिट्टी कपास की खेती के लिए काफी अनुकूल है. इस वजह से सबसे अधिक कपास का उत्पादन महाराष्ट्र में होता है. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर वेलफेयर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले कपास में महाराष्ट्र अकेले 27.10 प्रतिशत का उत्पादन करता है.
कपास उत्पादन में महाराष्ट्र जहां सबसे आगे हैं तो वहीं दूसरे स्थान पर गुजरात है. जो 20.55 प्रतिशत कपास का उत्पादन करता है. फिर राजस्थान है, जो 16.94 प्रतिशत कपास का उत्पादन करता है. फिर चौथे स्थान पर राजस्थान है. जो 9.06 प्रतिशत कपास का उत्पादन करता है और फिर कर्नाटक है, जो 6.56 प्रतिशत कपास का उत्पादन करता है. इनके अलावा अन्य और राज्य भी हैं. जो बचे हुए 20 प्रतिशत कपास का उत्पादन करते हैं.
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