देशभर में रबी सीजन की फसलों की बुवाई तेजी से चल रही है. इसके लिए किसानों को उर्वरक, अच्छी किस्म के बीज और कीटनाशकों की जरूरत है. लेकिन, पंजाब के कुछ इलाकों में फसलों के लिए जरूरी इन वस्तुओं की उपलब्धता में किसानों को देरी हो रही है. इसकी शिकायत मिलने के बाद राज्य सरकार ने निर्बाध आपूर्ति कराने के लिए उड़न दस्ते तैनात किए हैं.
पंजाब में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने रबी सीजन के लिए डीएपी और अन्य उर्वरकों, गुणवत्ता वाले बीजों और कीटनाशकों की निर्बाध और समान उपलब्धता पक्की करने के लिए 5 उड़न दस्ते गठित किए हैं. एजेंसी के अनुसार राज्य सरकार को किसानों की ओर से मिल रही अनियमितता की शिकायतों को बाद ये कदम उठाया गया है. उड़न दस्ते में अधिकारियों को शामिल किया गया है जो गांव और ब्लॉग स्तर पर मॉनिटरिंग करेंगे.
पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुदियां ने कहा कि यह उड़न दस्ते डीएपी, यूरिया, पोटास समेत अन्य खाद, बीज और कीटनाशकों की सप्लाई पर निगरानी रखेंगे. इसमें शामिल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वितरण मानक बनाए रखना है और नियमित जांच के साथ ही नमूने एकत्र कर क्वालिटी की जांच भी करनी है. उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए बीज, कीटनाशकों और उर्वरकों की बिक्री और आपूर्ति की बारीकी से निगरानी करने के लिए प्रत्येक उड़न दस्ते को 4 से 5 जिले सौंपे गए हैं.
राज्य के कृषि मंत्री ने कहा कि यह उड़न दस्ते उर्वरकों की अवैध जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के लिए छापेमारी भी करेंगे. उड़न दस्ते खुदरा और थोक विक्रेताओं के साथ-साथ बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की मैन्यूफैक्चरिंग और मार्केटिंग यूनिट, फर्म का दौरा करेंगे और स्टॉक, क्वालिटी के साथ ही किसानों को बेची जाने वाली कीमतों पर भी निगरानी करेंगे.
कृषि मंत्री ने राज्य कृषि विभाग की ओर से 1 अप्रैल से 31 अक्टूबर तक चलाए गए गुणवत्ता नियंत्रण अभियान के आंकड़े जारी किए. उन्होंने कहा कि विभाग ने कीटनाशकों के 2,063 नमूने एकत्र किए हैं, जिसमें गलत ब्रांडिंग के लिए 43 लाइसेंस रद्द किए गए हैं और 3 पर एफआईआर दर्ज की गई हैं. इसके अलावा रासायनिक उर्वरकों के 1,751 नमूने, जैव उर्वरकों के 100 नमूने और जैविक खाद के 40 नमूने लिए गए हैं.
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