खेतों का आसानी से पूरा हो सके इसलिए किसान कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करते हैं. कृषि यंत्रों की मदद से कम समय में आसानी से हर काम पूरा हो जाता है ओर मेहनत भी कम लगती है. ऐसे में एक नहीं बल्कि कई यंत्रों का प्रयोग किया जाता है. ट्रैक्टर के साथ-साथ कई उपकरण भी जुड़े होते हैं जिसका उपयोग कृषि कार्यों के लिए किया जाता है. इन्हीं उपकरणों में से एक सबसॉइलर है. बुवाई से पहले खेतों को तैयार करने में यह मशीन बहुत उपयोगी है. इस मशीन की सहायता से खेत की गहरी जुताई की जा सकती है.
इस कृषि यंत्र का इस्तेमाल गर्मियों में खासतौर पर किया जाता है. इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल खेत से पानी निकालने के लिए भी किसान कर सकते हैं. वहीं इसका इस्तेमाल खेत में पानी रोकने के लिए भी किया जाता है. यह किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी कृषि यंत्र है. ऐसे में किसान सबसॉइलर कृषि यंत्रों की सहायता से खेती को और अधिक लाभदायक बना सकते हैं. साथ ही खेत की दशा में भी सुधार किया जा सकता है. यह मशीन अधिक गहराई तक जुताई करती है, जिससे फसलों में कीट आदि की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है. तो आइए जानते हैं क्या है सबसॉइलर कृषि यंत्र की विशेषता और उपयोगिता.
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सबसॉइलर ट्रैक्टर से जोड़कर चलने वाला कृषि यंत्र है. सबसॉइलर कृषि यंत्र का उपयोग मिट्टी को तोड़ने, ढीला करने और गहरी जुताई के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल ट्रैक्टर में लगाकर किया जाता है. यह एक ट्रैक्टर पर लगा हुआ कृषि उपकरण है जो मोल्डबोर्ड हल, डिस्क हैरो या रोटरी टिलर की तुलना में खेत में बहुत गहराई तक जाता है. सब सॉइलर भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला एक कृषि उपकरण है जो मिट्टी को अच्छी उर्वरता शक्ति प्रदान करता है. यह कृषि यंत्र जुताई और भूमि की तैयारी के लिए उपयुक्त है.
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