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अशोक गहलोत ने की मिलेट्स कॉन्क्लेव में शिरकत, राज किसान सुविधा एप की लॉंचिंग भी की

अशोक गहलोत ने की मिलेट्स कॉन्क्लेव में शिरकत, राज किसान सुविधा एप की लॉंचिंग भी की

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को दो दिवसीय मिलेट्स कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि राजस्थान के मिलेट्स उत्पादन में देश में सबसे ऊपर है. देश में बाजरे का सबसे ज्यादा उत्पादन राजस्थान में ही किया जाता है.  गहलोत ने कार्यक्रम के बाद मिलेट्स कॉन्क्लेव में आए स्टार्टअप्स और मिलेट्स प्रोडक्ट का मुआयना भी किया.

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राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम के दौरान खेती में अच्छा काम करने वाले किसानों का सम्मान भी किया. फोटो- माधव शर्मा राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम के दौरान खेती में अच्छा काम करने वाले किसानों का सम्मान भी किया. फोटो- माधव शर्मा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को दो दिवसीय मिलेट्स कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि राजस्थान के मिलेट्स उत्पादन में देश में सबसे ऊपर है. देश में बाजरे का सबसे ज्यादा उत्पादन राजस्थान में ही किया जाता है.  गहलोत ने कार्यक्रम के बाद मिलेट्स कॉन्क्लेव में आए स्टार्टअप्स और मिलेट्स प्रोडक्ट का मुआयना भी किया. मिलेट्स कॉन्क्लेव में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए गहलोत ने कार्यक्रम में राज किसान सुविधा एप को भी लॉंच किया. कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए गहलोत ने कहा कि मोटे अनाजों की सही कीमत किसानों को मिले यह सरकार को सुनिश्चित करना है. 1998 में जब मैं पहली बार सीएम बना तब पहली बार राजस्थान में सरकार ने बाजरे की खरीद की. 

उन्होंने कहा कि राजस्थान देश में एकलौता राज्य है जहां दो साल से अलग से कृषि बजट पेश किया जा रहा है. कृषि का बजट दोगुना कर दिया गया है.सरकार ने किसानों के प्रति संवेदनशीलता के साथ कई निर्णय लिए हैं. 

नेहरू की दूरदृष्टि से देश बना आत्मनिर्भरः गहलोत

सीएम गहलोत ने अपने भाषण में कहा कि आजादी के बाद हमारे देश की स्थिति बहुत अलग थी. पंडित नेहरू की दूरदृष्टि के कारण खाद्यान क्षेत्र में हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े. उन्होंने आईसीएआर जैसी संस्थाओं की नींव डाली. कई बांध परियोजनाओं को मंजूरी दी. आजादी के बाद देश अमेरिका से गेहूं मांगता था, लेकिन तब की परिस्थिओं के अनुसार सरकारों ने काम किया. 

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फूड हैविट्स बदलने की जरूरत

गहलोत ने कहा कि भारत सरकार की पहल पर साल 2023 इंटरनेशलन ईयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मनाया जा रहा है. अब जरूरी यह है कि मिलेट्स ईयर से देशवासियों की फूड हैविट्स बदले. क्योंकि हमारे खाने में अब गेहूं और चावल की अधिकता है. हमें खाने में विविधता लाते हुए मोटे अनाजों को आदत में शुमार करना होगा. ताकि महिलाओं में एनीमिया, बच्चों में कुपोषण जैसी समस्याओं से निजात मिल सके. इससे लोगों का स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च कम होगा और लोगों की आय बढ़ेगी. 

रिचर्स पर ध्यान देने की आवश्यकता

मिलेट्स कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कृषि क्षेत्र में आज सबसे अधिक रिसर्च की आवश्यकता है. देश में यह स्ट्रक्चर मौजूद है. जो देश रिसर्च पर ध्यान देता है वहां विकास जरूर होता है. मोटे अनाजों को लेकर देश की तमाम संस्थाओं, कृषि विश्वविद्यालयों को रिसर्च करने की जरूरत है. ताकि उनकी रिपोर्ट से जनता में मिलेट्स के प्रति विश्वास पैदा हो. 

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राजस्थान में पांच यूनिवर्सिटी और 49 कृषि महाविद्यालय खोले

गहलोत ने कृषि क्षेत्र में किए गए कार्यों को गिनाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पांच कृषि विश्वविद्यालय और 49 कृषि महाविद्यालय खोले हैं. जो किसी भी राज्य से कहीं अधिक हैं. किसान राज किसान साथी पोर्टल से ही योजनाओं के लिए आवेदन कर सकता है. ये काम सरकार की किसानों के प्रति प्राथमिकता को दिखाते हैं. मैंने सभी विधायकों को कह रखा है कि आप मांगते-मांगते थक जाओगे,लेकिन मैं देते-देते नहीं थकूंगा. 

सीएम ने राज किसान सुविधा एप लॉंच किया

मिलेट्स कॉन्क्लेव की शुरूआत के बाद राज किसान सुविधा एप की लॉंचिंग की. इस एप के माध्यम से कोई भी किसान कृषि विभाग की सारी योजनाओं को मोबाइल पर देख सकेगा. साथ ही सरकारी योजनाओं में खुद ही आवेदन कर सकेगा. सीएम ने कहा कि राजस्थान उन गिने-चुने राज्यों में है जहां किसानों को उनके बेहतरीन काम के लिए सम्मानित किया जाता है. इस कार्यकाल में भी हमारी सरकार ने पशुपालकों को सम्मानित किया है. यह दर्शाता है कि सरकार की प्रतिबद्धता किसानों के प्रति है. 

कॉन्क्लेव में 60 से ज्यादा स्टार्टअप शामिल हुए हैं

13,14 मार्च तक आयोजित हो रहे इस मिलेट्स कॉन्क्लेव में 60 से ज्यादा मिलेट स्टार्टअप्स ने अपनी स्टॉल लगाई हैं. वहीं कई एफपीओ, मिलेट क्षेत्र में काम कर रही प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां भी आई हैं. कुल 110 स्टॉल्स यहां लगाए गए हैं. इनमें मिलेट्स स्टार्टअप, उत्पादक, कृषि व्यवसायी, एफ.पी.ओ., स्वयंसेवी संस्थाएं शामिल होंगी.

कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि मिलेट्स की खपत को बढ़ाने के लिए इसके स्वास्थ्यप्रद लाभों को प्रचारित करने व मिलेट्स के उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के अन्तर्गत पूरे राज्य में वर्षभर आयोजनों की कार्य योजना बनाई गई है. उन्होंने बताया कि मिलेट्स पोषण महत्व पर राज्य स्तरीय सेमिनार एवं एग्रो प्रोसेसिंग पर कॉनक्लेव आयोजित किये जा रहे हैं. 

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