scorecardresearch
Mandi Rates: सोयाबीन के दाम में भारी ग‍िरावट, स्टोर करके पछता रहे हैं क‍िसान

Mandi Rates: सोयाबीन के दाम में भारी ग‍िरावट, स्टोर करके पछता रहे हैं क‍िसान

Soybean Price: स‍िर्फ दो साल में ही आधा हो गया सोयाबीन का दाम. देश के दूसरे सबसे बड़े सोयाबीन उत्पादक महाराष्ट्र में क‍िसानों को बड़ा नुकसान. इस साल इतना कम क्यों हो गया दाम. जान‍िए क‍ितनी आती है उत्पादन लागत और क‍िस मंडी में क‍ितना म‍िल रहा है दाम.  

advertisement
सोयाबीन का किसानों को कितना मिल रहा है दाम  सोयाबीन का किसानों को कितना मिल रहा है दाम

प्याज, टमाटर, अंगूर, कपास और केले के बाद अब सोयाबीन का नंबर भी लग गया है. महाराष्ट्र की कुछ मंड‍ियों में सोयाबीन का दाम भी एमएसपी से कम हो गया है. इससे क‍िसानों की चिंता बढ़ गई है. किसानों का कहना है क‍ि उन्होंने अच्छे दाम की उम्मीद में सोयाबीन की फसल को कई महीने से अपने घरों में स्टाक करके रखा हुआ है, लेकिन बाजार ने अच्छी कमाई की उम्मीदों पर पानी फेर द‍िया है. अब ऐसे क‍िसान पछता रहे हैं. प‍िछने दो साल में ही सोयाबीन के दाम में पांच से छह हजार रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक की ग‍िरावट आ गई है. साल 2021 में सोयाबीन का दाम 10 से 11 हजार रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक पहुंच गया था लेक‍िन अब यह घटकर 4000 से 5000 रुपये तक रह गया है. 

देश में सोयाबीन का सबसे बड़ा उत्पादक मध्य प्रदेश है. दूसरा नंबर है महाराष्ट्र का. महाराष्ट्र की लासलगांव और लासलगांव व‍िंचूर मंडी में 31 मई को इसका न्यूनतम दाम 3000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक रह गया. प‍िंपलगांव मंडी में तो न्यूनतम दाम महज 2002 रुपये रहा. जबकि सोयाबीन का एमएसपी खरीफ मार्केट‍िंग सीजन 2022-23 में 4300 रुपये प्रति क्व‍िंटल है. ऐसे में आप खुद अंदाजा लगाईए क‍ि क‍िसानों को क‍ितना नुकसान हो रहा है. 

क्यों कम हो रहा है दाम? 

राज्य के सोयाबीन उत्पादक क‍िसानों का कहना है क‍ि प‍िछले साल यानी 2022 में इस समय सोयाबीन का भाव 7000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक था, लेकिन अब लगातार यह कम हो गया है. सोयाबीन त‍िलहन और दलहन दोनों फसलों में आता है. इस वक्त मूंगफली छोड़कर अन्य सभी त‍िलहन फसलों में ग‍िरावट है. क्योंक‍ि खाद्य तेलों की इंपोर्ट ड्यूटी नहीं के बराबर रह गई है. इसल‍िए कारोबार‍ियों को दूसरे देशों से सोयाबीन का कच्चा तेल मंगाना ज्यादा सस्ता पड़ रहा है. इस पॉल‍िसी से सोयाबीन क‍िसानों का नुकसान हो रहा है.  

ये भी पढ़ें- Onion Price: प्याज की खेती और दम तोड़ता दाम... मह‍िलाओं ने सुनाई आप बीती

क‍ितनी है सोयाबीन उत्पादन की लागत? 

किसानों का कहना है पिछले दो साल मिले बेहतर दाम को देखते हुए इस साल उन्होंने इसकी खेती का एर‍िया बढ़ा द‍िया था. लेक‍िन अब वो इसकी घटती कीमतों से परेशान हैं. जब दाम बढ़ता है तो काफी लोग परेशान हो जाते हैं, लेक‍िन अब दाम घट गया तो कोई क‍िसानों का दर्द पूछने नहीं आ रहा है. महाराष्ट्र स्टेट एग्रीकल्चर प्राइस कमीशन के पूर्व चेयरमैन पाशा पटेल के मुताब‍िक यहां सोयाबीन उत्पादन की लागत प्रति क्विंटल 6234 रुपये आती है. यह लागत चार कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा दी गई रिपोर्ट पर आधार‍ित है. ऐसे में यहां क‍िसानों को सोयाबीन का भाव प्रत‍ि क्व‍िंटल 7000 से 8000 रुपये क्व‍िंटल म‍िले तक जाकर फायदा होगा. 

क‍िस मंडी में क‍ितना है सोयाबीन का भाव 

  • येवला मंडी में 31 मई को 25 क्व‍िंटल सोयाबीन की आवक हुई. इतनी कम आवक के बावजूद न्यूनतम दाम 4300 और अध‍िकतम स‍िर्फ 4691 रुपये प्रति क्व‍िंटल रहा.
  • लासलगांव मंडी में 31 मई को ही 291 क्व‍िंटल सोयाबीन की आवक हुई. यहां पर न्यूनतम दाम 3000 और अध‍िकतम 4851 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा.
  • लासलगांव व‍िंचूर मंडी में 31 मई को 222 क्विंटल की आवक हुई. यहां सोयाबीन का न्यूनतम भाव 3000 और अध‍िकतम दाम 4824 रुपये रहा.
  • माजलगांव मंडी में 287 क्व‍िंटल सोयाबीन की आवक हुई. यहां 31 मई को न्यूनतम दाम 4211 और अध‍िकतम 4816 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा.
  • कोपरगांव मंडी में स‍िर्फ 158 क्व‍िंटल सोयाबीन की आवक हुई. यहां पर न्यूनतम दाम 3850 जबक‍ि अध‍िकतम 4846 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा.
  • जालना मंडी में 31 मई को ही 2176 क्व‍िंटल सोयाबीन की आवक हुई. यहां पर न्यूनतम दाम 4000 और अध‍िकतम 5000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 

(Source: Maharashtra State Agriculture Marketing Board)