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किसान मेला में महिला गोष्ठी, तकनीकी तौर पर सक्षम बनाने पर जोर

किसान मेला में महिला गोष्ठी, तकनीकी तौर पर सक्षम बनाने पर जोर

झारखंड में महिला किसान बड़े पैमाने पर खेती की तकनीक सीख रही हैं और नए-नए प्रयोगों से आगे निकल रही हैं. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में महिला किसानों ने अपनी आपबीती साझा की और कृषि क्षेत्र में सफलता के अपने मंत्र बताए.

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किसान मेला में आयोजित प्रदर्शनी          फोटोः किसान तक किसान मेला में आयोजित प्रदर्शनी फोटोः किसान तक

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में महिला किसानों के विकास के लिए गोष्ठी का आय़ोजन किया गया. इसमें राज्य भर की हजारों महिला किसानों ने भाग लिया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि, रांची की पूर्व महापौर रमा खलखो ने महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिए तकनीकी कौशल का विकास एवं ज्ञानवर्धन तथा प्रोत्साहन की आवश्यकता जताई. उन्होंने कहा कि राज्य के कृषि क्षेत्र में महिलाएं सभी कृषि कार्यो को कर रही है. कृषक महिलाओं को कृषि तकनीकी में सक्षम बनाना होगा. सरकार अनेकों कृषि गत योजनाओं में महिलाओं को 75 से 90 प्रतिशत अनुदान देती है.

उन्होंने बताया कि जानकारी एवं तकनीकी ज्ञान के आभाव में महिलाएं सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाती हैं. महिलाओं को कृषि तकनीकी में शिक्षित कर गांवों की समृद्धि और राज्य का तेजी से विकास होगा. गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने कृषि में महिलाओं की बढती रूचि को देखते हुए मेले में महिला किसानों के लिए उपयोगी अनेकों तकनीकों को प्रदर्शित किया गया है. उन्होंने महिला किसानों को मेला में सभी कृषि तकनीकी का बारीकी से जानकारी लेने का अनुरोध किया. 

जामताडा की महिला किसान पुष्पा कुजूर ने सब्जी की खेती से फूलों विशेषकर जरबेरा की खेती और शिमला मिर्च एवं टमाटर की सफल खेती से अवगत कराया. बीबीए डिग्री धारी रांची की महिला उद्यमी रौशनी खलखो ने अपनी महिंद्रा सनराइजिंग कंपनी स्थापित करने के अनुभवों को साझा किया. बताया कि करीब 200 एकड़ में करीब तीन वर्षो से औषधीय एवं सुगंधित फसलों की सफल खेती और इसके उत्पाद से राज्य के 4 जिलों में आपूर्ति से बढ़िया कमाई हो रही है.

पशु-पक्षी प्रदर्शनी का शुभारंभ

किसान मेला में खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने फीता काटकर पशु-पक्षी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. मौके उन्होंने प्रदर्शित पशुओं एवं पक्षियों का अवलोकन किया और प्रतिभागी किसानों से जानकारी प्राप्त की. इस अवसर पर आयोजित समारोह में विधायक राजेश कच्छप ने झारखंड के कम जोत वाले किसानों को न्यूनतम एक जोड़ी गाय का पालन करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि कृषि में पशुपालन का सर्वाधिक महत्त्व है, यह नियमित आय का बढ़िया साधन है.

बटन मशरूम प्रशिक्षण के लिए 50 किसानों ने पंजीयन कराया 

मेले में गुलाबी (पिंक), बटन एवं ओयस्टर मशरूम का व्यावसायिक उत्पादन की जानकारी एवं प्रशिक्षण के लिए किसानों का पंजीयन किया जा रहा है. मई माह में दी जाने वाली बटन मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दो दिनों में 50 से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है. 

ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन    

बीएयू स्थित कृषि तकनीकी पार्क में खड़ी रबी फसलों पर ड्रोन तकनीक के अनुप्रयोग का लाइव प्रदर्शन से किसानों को अवगत कराया. इस प्रदर्शन में खेतों में नमी एवं सिंचाई, पौधों में पोषक तत्वों की कमी और पोषक तत्व का छिड़काव, रोग एवं कीट ब्याधि का प्रकोप एवं छिड़काव से नियंत्रण की प्रत्यक्ष जानकारी दी गई.

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